गुजरात के खेड़ा जिले में बीते सोमवार रात को एक गरबा कार्यक्रम में पथराव करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोगों को कथित तौर पर पुलिस द्वारा पब्लिक के सामने पीटने का वीडियो वायरल हुआ था। इसी वीडियो को अपने लाइव शो में दिखाते हुए एंकर अमन चोपड़ा ने कहा कि ये गुजरात पुलिस का डांडिया है। एंकर के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह के सवाल कर रहे हैं।
एंकर ने कहा – ये है गुजरात पुलिस का डांडिया
एंकर अमन चोपड़ा ने अपने लाइव शो में आरोपियों को कथित तौर पर सादी वर्दी में पीटती गुजरात पुलिस का वीडियो दिखाते हुए कहा, ‘गरबे में पत्थरबाजी कर रहे थे तो पुलिस ने इनके साथ डांडिया खेल दिया। आप लोग देखिए कि पुलिस ने इन लोगों के साथ किस तरह डांडिया खेला है। आप लोग पहले इनकी पूरी तस्वीर देख लीजिए फिर कहानी सुनाऊंगा।’ इसके बाद उन्होंने डंडे को गिनते हुए कहा कि गांव में लाकर, इन लोगों को पीटा गया है।
यूजर्स ने उठाए सवाल
मीर फैजल नाम के ट्विटर यूजर द्वारा सवाल किया गया, ‘अब कोई हिंदुत्ववादी आहत नहीं होगा। इस तरह मारने को हिंदू धर्म में डांडिया कहते हैं क्या? अगर नहीं, तो ये पत्रकार गुजरात पुलिस की हरकत को डांडिया क्यों बता रहा है। मुझे तो लगा था कि डांडिया हिंदू धर्म का हिस्सा है, खैर।’ इस पर अहमद नाम के एक यूजर ने लिखा कि आहत भावना अभी छुट्टी पर है। पत्रकार बरखा दत्त ने कमेंट किया – प्राइम टाइम में लोकतंत्र भी नहीं बचता है।
मोहम्मद इरशाद नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया जी इन दिनों मीडिया घरानों से लोग डरे हुए हैं क्योंकि इन्होंने अपने अधिकार और स्वतंत्रता बेच दी है। अश्वनी नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि तुमसे यही उम्मीद थी। आरोपी होने से कोई अपराधी नहीं हो जाता शायद मालूम ना हो तो सोचा बता दूं। पुलिस कब से खुद ही न्याय करना शुरू कर दी? नए भारत में शायद कोर्ट और जज की जरूरत नहीं है।
आरिश छाबरा नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि उद्योगपति अंबानी के चैनल पर पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में मुस्लिम युवक को बांधकर मारे जाने पर सेलिब्रेट किया जा रहा है। सौरभ नाम के ट्विटर यूजर द्वारा कमेंट किया, ‘प्राइम टाइम में ऐसे शो दिखाए जा रहे हैं, इसकी वजह से समाज को कितना नुकसान हो रहा है। हम एकता की बात क्यों नहीं कर सकते हैं।’ राजेंद्र त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने लिखा – आरोपी हिंदू हो या मुसलमान लेकिन इस तरह बांधकर पीटना कहां तक सही है?