Maharashtra Devendra Fadnavis and Sharad Pawar: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के एक बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 2019 में अजीत पवार के साथ मिलकर जब सरकार बनाई गई थी तो इसमें शरद पवार की सहमति थी, उन्हें इसकी जानकारी थी। वहीं शरद पवार ने देवेंद्र फडणवीस के इस बयान पर पलटवार किया है और कहा कि वो झूठ बोल रहे हैं।

फडणवीस के बयान पर क्या बोले शरद पवार?

शरद पवार ने कहा है कि फडणवीस एक सुलझे हुए नेता हैं, वे किस आधार पर इस तरह का बयान दे रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं है। मुझे नहीं पता था कि वो झूठ बोलते हैं। बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राकांपा की ओर से प्रस्ताव आया था कि उन्हें एक स्थिर सरकार की जरूरत है और हमें मिलकर ऐसी सरकार बनानी चाहिए। हमने आगे बढ़ने और बातचीत करने का फैसला किया, शरद पवार से भी बात हुई थी।

सोशल मीडिया पर इस आरोप और प्रत्यारोप पर लोग भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

@SharmaJay23 यूजर ने लिखा कि देवेंद्र भाऊ, फिर चाणक्य कौन हुआ? आपको बेवकूफ बनाया और अजीत पवार ने अपने केस खत्म करा लिए। @ARVINDUDAIPUR27 यूजर ने लिखा कि मतलब चाणक्य भी पवार साहब की चाल में फंस गये? @ImSudarshan67 यूजर ने लिखा वो सब प्लानिंग थी और आप समझ नहीं पाए। @SarikaSharma25 यूजर ने लिखा कि ये तो पवार साहब का मास्टरस्ट्रोक था, जिससे बीजेपी की सच्चाई दुनिया के सामने आ जाए।

@NazimBa80495802यूजर ने लिखा कि देवेंद्र फडणवीस के बयानों से साबित हुआ कि शरद पवार महाराष्ट्र के चाणक्य हैं। देवेंद्र फडणवीस की साख पवार पर भारी पड़ गई। एक यूजर ने लिखा कि झूठ कौन बोलता है और कौन लोगों को बहकाता है, महाराष्ट्र की जनता इसे अच्छे से जानती है। एक ने यूजर ने लिखा कि शरद पवार झूठ नहीं बोलेंगे। फडणवीस झूठ बोल सकते हैं। फडणवीस ने सुबह की शपथ लेकर उद्धव ठाकरे की पीठ में छुरा घोंपा था।

बता दें कि देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने 2019 में चुनाव के बाद सरकार बनाई थी, सुबह-सुबह ही दोनों ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली थी, लेकिन यह सरकार कुछ ही घंटों तक ही चली थी। फिर एमवीए (MVA) का गठन हुआ और उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।