अग्निपथ योजना को लेकर देश भर के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन और हंगामा बढ़ता जा रहा है। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस योजना को युवाओं के लिए लाभकारी बताते हुए कहा कि यह सरकार का क्रांतिकारी कदम है। इसके जरिए हम देश के युवाओं को हीरा बनाएंगे। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर का बयान : कृषि मंत्री ने कहा कि, ‘मोदी सरकार ने युवाओं के लिए क्रांतिकारी कदम उठाया है। कुछ लोग हैं, जो हमेशा भ्रमित करने का काम करते हैं। वही लोग आज भी युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं। मानव संसाधन के जरिए यह युवाओं में स्किल डेवलेप करने वाला कदम है। सरकार के खर्च पर युवाओं को ट्रेनिंग देने का काम है। भ्रमित करने वाले लोग राजनीतिक हैं और जब भी देश में रिफॉर्म होता है, देश सुधार करता है तो कुछ लोग भ्रमित करने का काम करते हैं। हमें 75 साल में कहीं तो खड़े होना पड़ेगा।
लोगों ने यूं किया ट्रोल : पूजा विश्वकर्मा नाम की एक यूजर ने कमेंट किया कि आप अपने बच्चों को बनाएं। हमारी बच्ची तो भारतीय सेना में जाएंगे। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने चुटकी लेते हुए कमेंट किया कि खैनी तो थूक लिए होते साहब। ऐसे ही किसी कानून पर ज्ञान दिए थे, नतीजा क्या हुआ। राजेश साहू ने कमेंट किया कि यही वाले मंत्री जी किसान कानून भी समझा रहे थे। समझाने के मामले में शायद ही आगे हैं तभी रक्षा मंत्रालय के मामले में भी इन्हें ही आगे भेज दिया गया है।
राजेश नाम के एक यूजर ने चुटकी लेते हुए सवाल किया, ‘ आप वही मंत्री है ना जो गली-गली घूमकर किसी कानून का फायदा गिना रहे थे और आज फिर से अग्निपथ का फायदा गिनाने आ गए हैं। जबकि मालूम है कि इसे भी वापस लेना होगा।’ संदीप कुमार मिश्रा नाम के एक यूजर ने कमेंट किया – देश के किसानों की किस्मत बदलने के लिए कृषि कानून भी लाए थे। उसका क्या हुआ?
कृषि कानून करना पड़ा था वापस : केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि का निर्णय के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने नई दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर करीब 13 महीने धरना प्रदर्शन किया था। इन कानूनों को लेकर किसान नेताओं का कहना था कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे, तब तक हम घर वापस नहीं जाएंगे। आंदोलन को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को कृषि कानून वापस ले लिए थे।