प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन द्वारा कराए गए ‘पर्सन ऑफ द ईयर 2016’ का ऑनलाइन रीडर्स पोल जीत लिया है। मोदी ने दुनियाभर के नामी नेताओं, कलाकारों व प्रमुख हस्तियों को पछाड़कर यह खिताब जीता है। हालांकि पर्सन ऑफ द ईयर के संबंध में अंतिम फैसला मैगजीन का संपादक पैनल करेगा, जिसका ऐलान 7 दिसंबर को होगा। 2016 के पर्सन ऑफ द ईयर के लिए चल रही वोटिंग रविवार (4 दिसंबर) को खत्‍म हुई थी। नरेंद्र मोदी को सर्वाधिक 18 प्रतिशत लोगों ने पर्सन ऑफ इ ईयर चुना, जबकि बराक ओबामा, डोनाल्‍ड ट्रंप और विकीलीक्‍स के संस्‍थापक जूलियन असांज को 7-7 फीसदी वोट मिले। रेस में शामिल हिलेरी क्लिंटन को 4 फीसदी तथा दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को 2 प्रतिशत वोट हासिल हुए। सोशल मीडिया पर मोदी के ऑनलाइन पोल में ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुने जाने पर हलचल है। सत्‍ताधारी भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने इसपर पीएम को बधाई दी है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मोदी को ‘सबसे प्रभावशाली व्‍यक्ति’ बताया है। वहीं बीजेपी प्रवक्‍ता संबित पात्रा ने लिखा है कि मोदी के भीतर ‘समय से आगे सोचने की क्षमता है’ जिसने उन्‍हें पर्सन ऑफ द ईयर बनाया।

सोशल मीडिया पर पोल में नरेंद्र मोदी के सबसे आगे होने पर लोग खुशी जता रहे हैं। लेकिन इसी बहाने दिल्‍ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा जा रहा है। दरअसल, केजरीवाल अक्‍सर केंद्र सरकार व पीएम मोदी की आलोचना करते हैं। इसी वजह से इस मौके का फायदा उठाते हुए यूजर्स ने चुटकी ली है।

भाजपा सदस्‍यों ने की तारीफ:

मगर यूजर्स से नहीं बच सके केजरीवाल:

https://twitter.com/dhaval241086/status/805701505257009152

https://twitter.com/SixthProphet/status/805695236190195712

https://twitter.com/kehke_lena/status/805691896160862208

पर्सन ऑफ द ईयर बनने की दौड़ में रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन, अमेरिका की जिमनास्‍ट साइमन बाइल्‍स, उत्‍तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन द्वितीय और पॉप सिंगर बेयोंसे नोल्‍स भी शामिल हैं। पोल कराने वाले एपस्‍टर के मुताबिक, वोटिंग के दौरान विकल्‍पों की वरीयता में खासा अंतर देखने को मिला है। पीएम मोदी को भारत के अलावा अमेरिका के कैलिफोर्निया और न्‍यू जर्सी में भारी समर्थन मिला है। टाइम के अुनसार, भारतीय प्रधानमंत्री ने हाल के दिनों में 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए तथा पेरिस जलवायु समझौते पर हस्‍ताक्षर किए। इन दो वजहों से उनकी लोकप्र‍ियता बढ़ी है।

टाइम मैगजीन की ओर से साल 2010 में फेसबुक के सह संस्‍थापक मार्क जकरबर्ग, 2011 में दुनियाभर में हुए प्रदर्शनों में शामिल हुए लोगों को, 2012 में बराक ओबामा, 2013 में पोप फ्रांसिस, 2014 में इबोला बीमारी से लड़ने वाले लोग और 2015 में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना गया था।