Online trolling: ऑनलाइन ट्रोलिंग भारत में अब एक आम बात बन चुकी है। जैसे ही कोई व्यक्ति अपने विचारों को सोशल मीडिया पर खुलकर व्यक्त करता है उसे ट्रोल करने कुछ लोग आ जाते हैं। ऐसा ही कुछ मशहूर महिला पत्रकार आरफ़ा ख़ानम शेरवानी के साथ हुआ। होली के पवन पर्व पर इस मुस्लिम पत्रकार ने देशवासियों को होली की बधाई दी। लेकिन कुछ लोगों को ये अच्छा नहीं लगा और उन्हें ट्रोल कर भद्दे ट्वीट्स करने लगे। ट्रोल करने वाले ज्यादातर ट्विटर अकाउंट के नाम असली नहीं थे।

एनडीटीवी और राज्यसभा टीवी के साथ एंकर के रूप में काम करने वाली आरफ़ा इन दिनों वेब प्रकाशन द वायर के साथ काम कर रहीं हैं। आरफ़ा ख़ानम ने गुरुवार को अपनी एक दोस्त के साथ तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट कर लिखा “होली खेलूंगी कहके बिस्मिल्ला। होली मुबारक दोस्तों। जमकर रंग बरसे।” आरफा के ये ट्वीट करते ही लोग उन्हें ट्रोल करने लगे।

कुछ लोगों ने उन्हें बहुत ही अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए ट्वीट किए। चौकीदार जिग्गस नाम के एक यूजर ने लिखा “जय श्री राम कहकर ईद मनाऊंगी।” नदीम नाम के एक यूजर ने लिखा “तुम बिस्मिल्लाह को बीच में क्यो ला रही हो। तुम शराब पिने से पहले बिस्मिल्लाह कहोगी तो थोड़ी ना हलाल हो जाओगी।”

हालांकि जिस दोस्त के साथ उन्होंने तस्वीर शेयर की थी वो उनके बचाव में आईं और उन्होंने लिखा ” मेरी दोस्त ने चुटकी भर गुलाल क्या लगा लिया, लोगों ने तो अपनी सोच की कीचड़ के परनाले खोल दिए। भाषा देखिए इनकी। लानत है ऐसी सोच पर, जिसके लिए ‘घटिया’ शब्द भी छोटा पड़ गया। ये लोग त्योहारों के रंग में भी मुहब्बत की बजाय मज़हब तलाश रहे हैं।”