बच्चे पर बात आ जाए तो मां किसी से भी भिड़ जाने की ताकत रखती है। बच्चे को बचाने के लिए मां अपनी जान की भी परवाह नहीं करती। वह नहीं देखती है कि उसके सामने कितना बड़ा खतरा है। ऐसी ही एक घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। घटना सीतापुर की है, जहां से लगातार भेड़ियों के हमला करने की खबर सामने आ रही हैं। ताजा मामला हरगाव के ग्राम परसेहरा शरीफपुर का है। यहां रात करीब 8 बजे के आस-पास भेड़ियां गांव में घुस आया।

इसके बाद भेड़िए ने सो रहे बच्चे पर हमला कर दिया। मां ने जैसे ही देखा कि भेड़िया उसके बच्चे पर हमला करने वाला है वह उससे भिड़ गई। बहादुर मां ने अपनी जान की परवाह नहीं की और बच्चे को बचाने के लिए लगातार भेड़िए से लगभग 15 मिनट तक अकेले लड़ती रही। भेड़िए से लड़ाई के दौरान मां खुद घायल हो गई मगर बच्चे को आंच तक नहीं आने दी। मां का कहना है कि भेड़िया थोड़ी देर बाद गन्ने की खेत तरफ भाग गया।

इस घटना की चर्चा पूरे गांव में हो रही है। बता दें कि भेड़िए की दहशत के कारण लोग अकेले खेतों में जाने से डर रहे हैं। अगर जाना भी होता है तो लोग झुंड बनाकर जाते हैं। गांव के लोग रातों को जागकर रखवाली कर रहे हैं, वे गायों के लिए चारा लेने भी नहीं जा रहे हैं।

हालांकि वन विभाग के लोग गांव वालों की बातों से इनकार कर रहे हैं। वन विभाग का कहना है कि वे भेड़िया को जानकारी रहे हैं। वे लोगों की बात सुनने के बाद उसे सियार साबित कर रहे हैं। वहीं महिला का कहना है कि वह लंबा सा जानवर था। उसकी लंबी पूछ थी। वह भेड़िया ही था। वन विभाग कह रहा है कि वह सियार था। वन विभाग का कहना है कि उन्हें अभी तक भेड़िया नहीं मिला।

लगातार आ रही हमले की खबर

भेड़िए ने सबसे पहले 30 साल की महिला पर हमला किया। महिला अपने तीन बच्चों के साथ घर के बाहर सो रही थी। राजिदा ने अपने बच्चों को बचाने की कोशिश की जिसमें वह घायल हो गई थी। शोर मचाने के बाद भेड़िया वहां से भाग गया और गांव से 500 मीटर दूर माजरा कासिमपुर में दो अन्य महिलाओं पर हमला कर दिया। दोनों महिलाएं हमले में घायल हो गईं। गांव के लोग बच्चे को बचाने वाली महिला के बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं, हालांकि लोगों की चिंता अभी भी बनी हुई है। ना जाने उन्हें कब भेड़िए के आतंक से मुक्ति मिलेगी।