प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का दूसरा विस्‍तार 5 जुलाई को हो गया। मोदी का कहना है कि उन्‍होंने बजट की घोषणाओं और सरकार की प्राथमिकताओं को पूरा करने के मकसद से मंत्रिमंडल का विस्‍तार किया। लेकिन मंत्रिमंडल विस्‍तार को लेकर सोशल मीडिया पर मोदी सरकार की जबरदस्‍त खिंचाई हुई। मंत्रियों का शपथ समारोह 11 बजे शुरू हुआ, लेकिन टि्वटर पर सुबह से ही #ModiCabinet ट्रेंडिंग टॉपिक बन गया। यूजर्स का कहना है कि पीएम मोदी का मिनिमम गर्वनेंस का वादा केवल जुमला साबित हो रहा है।

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मोदी ने ‘मिनिमम गवर्नेंस, मैक्सिमम गवर्नमंट’ का नारा दिया था। उन्‍होंने पहले मंत्रिमंडल विस्‍तार के बाद 66 मंत्री रखे थे, जबकि संविधान के मुताबिक वह 82 रख सकते थे। साल 2014 में जब मंत्रिमंडल का विस्‍तार किया गया था तब 21 नए चेहरे शामिल किए गए थे। मंगलवार के मंत्रिमंडल विस्‍तार में भी करीब डेढ़ दर्जन मंत्री शामिल किए गए। इसे लेकर ट्विटर पर लोगों ने कैसे मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधा, देखिए कुछ नमूना:

 

एक यूजर ने कहा कि आने वाले चुनावों को ध्‍यान में रखते हुए आरएसएस की कठपु‍तलियों को चुना जा रहा है।

एक व्‍यक्ति ने प्रकाश जावड़ेकर पर हमला बोला। उसने लिखा, ‘जानवरों की हत्‍या करने वाले प्रकाश को प्रमोशन दिया जा रहा है।’