लेखक मनोज मुंतशिर की एक कविता का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर को वायरल हो रहा है। स्क्रीनशॉट को शेयर करने वाले यूजर्स का कहना है कि मनोज मुंतशिर ने यह कविता दूसरे शायर की अंग्रेज़ी कविता से अनुवाद की है। ये कविता मनोज मुंतशिर ने अपनी किताब ‘ मेरी फितरत है मस्ताना’ में छाप दी है। इन आरोपों पर मनोज मुंतशिर की तरफ से कहा गया है कि सिर्फ़ 4 लाइनें ढूँढ पाए हैं? इसका जवाब मैं फ़ुर्सत में दूंगा।
@SavaryaM टि्वटर अकाउंट से कविता की फोटो शेयर करते हुए लिखा गया कि राष्ट्रभक्त, भारतीय संस्कृति के अनन्य समर्थक, घोर धार्मिक, सबसे महान फ़िल्मी गीतफरोश मनोज मुंतशिर जी कमाल करते हैं। वाणी प्रकाशन से प्रकाशित उनकी पुस्तक ‘मेरी फ़ितरत है मस्ताना’ की एक कविता उन्होंने अभी लिखी पर उसका अनुवाद वर्षों पहले ही इंग्लिश में हो गया।
एक ट्विटर यूजर हंसने वाली इमोजी के साथ लिखते हैं कि मनोज मुन्तशिर शुक्ला जी को उत्कृष्ट अनुवाद के लिये साहित्य अकादमी और एक फोटोकॉपी मशीन दिये जाने की अपील करता हैं।@Trueindian0357 से तंज कसते हुए लिखा कि ब्रह्मांड के सर्वश्रेष्ठ गीतकार मनोज मुंतशिर के साथ एक अंतरराष्ट्रीय साज़िश के तहत किसी अंग्रेज ने उनकी कविता पहले ही अंग्रेजी में अनुवाद कर छाप दी और अब इसी बात को लेकर कुछ वामपंथी लोग उनकी हंसी उड़ा रहे हैं।
एक टि्वटर हैंडल से उनका बचाव करते हुए लिखा गया कि बड़े भाई ने भारतीय इतिहास पर वामपंथियों की कूटनीति पर एक वीडियो क्या बनाया।सारे वामपंथी, मनोज मुंतशिर भाई जी को नैतिकता का पाठ पढ़ा रहे हैं। अपने ऊपर लग रहे इन आरोपों पर मनोज मुंतशिर ने पलटवार करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा है कि 200 पन्नों की किताब और 400 फ़िल्मी- ग़ैर फ़िल्मी गाने मिलाकर सिर्फ़ 4 लाइनें ढूँढ पाए? इतना आलस? और लाइनें ढूँढो, मेरी भी और बाक़ी राइटर्स की भी। फिर एक साथ फ़ुरसत से जवाब दूँगा।
जानकारी के लिए बता दें कि मनोज मुंतशिर की 2019 में ‘मेरी फितरत है मस्ताना’ नाम से किताब आई थी इसमें ‘मुझे कॉल करना’ शीर्षक से एक कविता लिखी थी। बताया जा रहा है कि ये कविता रॉबर्ट जे. लेवरी है, पत्नी की मौत के बाद रॉबर्ट ने ‘Call Me’ शीर्षक से कविता लिखी थी, जो बेहद लोकप्रिय हुई थी।