बॉलीवुड अभिनेता मनोज वाजपेयी ने उन्हें ट्रोल करने वाले एक यूजर को ऐसा जवाब दिया कि लोग मनोज वाजपेयी का जवाब पढ़कर उनकी तारीफ करने लगे। दरअसल गाजियाबाद में एक मदरसे में हुए बलात्कार को लेकर यूजर ने मनोज वाजपेयी पर तंज कसते हुए उन्हें अपने ट्वीट में टैग कर कहा कि बलात्कार के खिलाफ आवाज उठाते हुए ट्रेंड के हिसाब से नहीं चलना चाहिए, बल्कि इंसानियत के हिसाब से चलना चाहिए। इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए मनोज वाजपेयी ने लिखा कि मैं इस जघन्य अपराध की घोर निंदा करता हूं और आगे भी करता रहूंगा। पीड़िता का धर्म चाहे कोई भी हो, हमारा विरोध हमेशा रहेगा। समस्या ये है कि आपका विरोध हमसे है अपराध से नहीं। आइए इस जघन्य अपराध से लड़ते हैं।

वहीं मनोज वाजपेयी के इस जवाब से ट्रोल करने वाला यूजर संतुष्ट हुआ और उसने लिखा कि धन्यवाद वाजपेयी जी, आपके प्रति मेरे ह्रदय में बहुत सम्मान है…जो कि और ज्यादा बढ़ गया है। हम सभी को मिलकर इस तरह के मामलों में साथ आकर आवाज उठानी चाहिए और अपने देश से इस बुराई को दूर करना चाहिए। इसके अलावा कुछ और यूजर्स ने भी मनोज वाजपेयी के इस जवाब की तारीफ की। एक यूजर ने लिखा कि कम से कम आपने इस विषय पर देर-सबेर लिखा तो सही, लेकिन शर्म आनी चाहिए उन अभिनेत्रियों को जिन्होंने कठुआ गैंगरेप के बाद मजहब देखकर अपनी आवाज उठायी थी। वहीं एक यूजर ने लिखा कि अगर सरकार और सरकारी संस्थान अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाएं तो इस तरह विरोध करने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी। बता दें कि हाल ही में दिल्ली में रहने वाली एक 11 साल की लड़की को पुलिस ने गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में एक मदरसे से मुक्त कराया गया था। पीड़िता को एक नाबालिग मदरसे में लेकर आया और वहां उसके साथ बलात्कार किया। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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मामला दो धर्मों से जुड़ा होने के कारण अब इस मामले में धर्म के आधार पर राजनीति करने की कोशिश की जा रही है। वहीं कठुआ में हुए बहुचर्चित गैंगरेप से इसकी तुलना की जा रही है। कठुआ में पीड़िता अल्पसंख्यक समुदाय से थी। जिसके बाद पूरे देश में न्याय की मांग को लेकर लोगों ने अपनी आवाज उठायी थी। बॉलीवुड से भी कई अभिनेताओँ और अभिनेत्रियों ने कठुआ गैंगरेप के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी। अब गाजियाबाद का मामला सामने आने के बाद लोग चाहते हैं कि कठुआ गैंगरेप की भांति ही लोग इस मामले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दें। जो अपनी प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं, उन पर आरोप लगाया जा रहा है कि वे हिंदू-मुस्‍लिम देख कर रेप के खिलाफ आवाज उठाते हैं।