विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा देश के सभी राज्यों का दौरा कर अपने लिए समर्थन मांग रहे हैं। नेताओं और पार्टी प्रमुखों से संविधान बचाने का वादा कर रहे हैं। पिछले दिनों यशवंत सिन्हा उत्तर प्रदेश पहुंचे थे, जहां उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात कर यही बात कही थी।
यशवंत सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि “मैं राष्ट्रपति भवन में संविधान के संरक्षक के तौर पर कार्य करूंगा। अगर मेरे ध्यान में यह बात आती है कि भारत सरकार कुछ ऐसा कर रही है, जिससे प्रजातंत्र का हनन हो रहा है। जैसे चुनी हुई सरकार को गिराना, जो महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गोवा में हुआ। अगर ऐसा कुछ होता है तो राष्ट्रपति का कर्तव्य होता है तो भारत सरकार को ऐसा करने से रोका जाए।’
अपनी प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो शेयर कर यशवंत सिन्हा ने यह भी लिखा कि “राष्ट्रपति चुने जाने पर मैं संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करूंगा और सरकार को ऐसा कुछ भी करने से रोकूंगा, जिससे प्रजातंत्र का हनन हो- जैसे राज्य में चुनी हुई सरकार को गिराना।”
द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में जब यशवंत सिन्हा से सवाल पूछा गया कि ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर बीजेपी मुर्मू के नाम की घोषणा करने से पहले चर्चा की होती तो हम इस पर विचार कर सकते थे, हम एक महिला को उतारने पर विचार कर सकते थे? आपको क्या लगता है कि ममता जी किसी दुविधा या असमंजस में हैं? इस पर यशवंत सिन्हा ने कहा कि ‘मुझे नहीं लगता कि वह असमंजस में हैं, लेकिन इस बात से सहमत हूं कि सब लोग मिलकर एक राय बनाते और बिना चुनाव एक व्यक्ति राष्ट्रपति चुन लिया जाता तो ये अच्छा होता।’
इसके साथ ही यशवंत सिन्हा ने कहा कि ‘ऐसा करने की जिम्मेदारी सत्तारूढ़ पार्टी की थी। उन्हें पहल करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया और अब चुनाव हो रहा है। इसलिए ममता जी ने कोई गलत बात नहीं की। सहमति बननी चाहिए थी लेकिन उनको उम्मीद नहीं करनी चाहिए सहमति की, क्योंकि ये सरकार सहमति पर विश्वास नहीं करती है। मुझे पूरा विश्वास है कि पश्चिम बंगाल से मुझे भरपूर समर्थन मिल रहा है।’
बता दें कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होने वाली है। इसके बाद देश को नया राष्ट्रपति मिल जाएगा। विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा को और एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया गया है। हालांकि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की संभावनाएं सबसे अधिक बताई जा रही हैं।