Cash For Query Case: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा कैश फॉर क्वेरी के आरोप पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की जाएगी। इस रिपोर्ट का असर महुआ मोइत्रा के संसद की सदस्यता पर भी पड़ने वाला है। ऐसे में सबकी नजर इस रिपोर्ट पर टिकी हुई है। वहीं रिपोर्ट पेश होने से पहले संसद पहुंची महुआ मोइत्रा ने सरकार पर फिर हमला बोला है।
क्या बोली महुआ मोइत्रा?
संसद परिसर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मां दुर्गा आ गई हैं, अब देखिए क्या होता है। महुआ मोइत्रा ने कहा, “जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। उन्होंने ‘वस्त्रहरण’ से शुरुआत की अब आप ‘महाभारत का रण’ देखेंगे।” संसद में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के बाद समिति की सिफारिश के आधार पर महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता को खत्म करने का प्रस्ताव भी लाया जा सकता है।
कांग्रेस करेगी विरोध, बीजेपी ने जारी किया व्हिप
पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांतो मजूमदार ने महुआ मोइत्रा पर कहा है कि चीरहरण द्रौपदी का महाभारत में हुआ था, सुपर्णखा का नहीं।’ कांग्रेस की तरफ से साफ़ कर दिया गया है कि अगर महुआ मोइत्रा की सदस्यता खत्म करने की बात की गई तो कांग्रेस इसका विरोध करेगी। बता दें कि विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कैश-फॉर-क्वेरी के आरोप में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की है। मोइत्रा को तभी निष्कासित किया जा सकता है, जब सदन, इस सिफारिश के पक्ष में वोटिंग करेगा।
वोटिंग के समय सांसदों की मौजूदगी को भाजपा ने जरूरी करते हुए व्हिप जारी कर दिया है। लोकसभा में रिपोर्ट पर चर्चा के बाद समिति की सिफारिश पर अगर सदन पक्ष में वोट करता है तो मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म हो जाएगी। हालांकि विपक्षी नेताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि कोई भी फैसला लेने से पहले चर्चा जरूर होनी चाहिए।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के लिए रिश्वत ली है।
निशिकांत दुबे की शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ने इस शिकायत को लोकसभा की आचार समिति को भेजा था। यह संस्था सांसदों के आचार, व्यवहार पर नजर रखती है।