रामचरितमानस (Ramcharitmanas ) को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बिहार सरकार में मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar) के बाद उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya, SP) ने कहा कि रामचरितमानस पर बैन लगना चाहिए। सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के करीबी निर्दलीय एमएलसी महेश्वर सिंह ने रामचरितमानस (Maheshwar Singh, Ramcharitmanas) पर विवादित टिप्पणी करने वालों को हिजड़ा और अनपढ़ कह दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

क्या बोले महेश्वर सिंह?

महाराण प्रताप की पुण्यतिथि को JDU स्वाभिमानन दिवस के रूप में मना रही है। इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) समेत तमाम बड़े नेता मौजूद थे। इसी कार्यक्रम में एमएलसी महेश्वर सिंह (Maheshwar Singh, MLC) ने मंच से कहा कि रामचरितमानस का विरोध करने वाले हिजड़े हैं। रामचरितमानस भाई-भाई, गुरु-शिष्य, पति-पत्नी को संस्कार सिखाता है। हालांकि महेश्वर सिंह ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा बिहार के शिक्षा मंत्री और रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान देने वाले चंद्रशेखर की तरफ ही माना जा रहा है।

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

@Biharyouth1 यूजर ने लिखा कि अच्छा ये है प्लान, राजद के लोग जाति विशेषों पर हमला करेंगे और उसका काउंटर जदयू जाति विशेष वाले करेंगे। ऐसा गठबंधन बनाकर पहले कहीं सब को खुश रखा गया है? @Prempandey2021 यूजर ने लिखा कि राजनीति में ऐसे लोग को जगह मिल कैसे जाता है? JDU के MLC ऐसे है तो नीतीश कुमार की ताकत क्या होगी पार्टी में अनुमान लगा लो। JDU पार्टी तो बना लिए नीतीश कुमार लेकिन झुककर जीने के लिए मजबूर हैं।

एक यूजर ने लिखा कि रामचरितमानस पर बयान देकर इस तरह आखिर किसे फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है। बिहार से होते हुए ये खबर उत्तर प्रदेश के नेता को भी पता चल गई। एक अन्य यूजर ने लिखा कि इस तरह के नेता तो हर पार्टी में हैं, जो दूसरे धर्म के लोगों को तो छोड़िये अपने ही धर्म को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।

बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं। यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं। चंद्रशेखर के बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि किसी भी धर्म के बारे में बयान देना, उस पर टिप्पणी करना बिल्कुल गलत है, ऐसा नहीं होना चाहिए। धर्म के मामले में किसी को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।