सीतापुर के खैराबाद में एक शोभायात्रा के दौरान महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयान के मामले में गिरफ्तार हुए बजरंग मुनि महाराज को जमानत मिल गई है। दस दिन तक जेल में रहने के बाद शनिवार को कोर्ट ने जमानत दे दी और रविवार (24 अप्रैल) को बजरंग मुनि जेल से बाहर गए। जेल से बाहर आने के बाद महंत ने कहा कि धर्म के लिए कतरा-कतरा कुर्बान करने के लिए तैयार हूं।

जेल से बाहर निकलने के बाद महंत बजरंग मुनि ने कहा कि “भगवा के लिए और धर्म के लिए हजारों बार जेल जाना पड़े तो जाऊंगा, हजारों हमले झेलना पड़े तो झेलुंगा। मुझे अपनी बयान पर कोई पछतावा नहीं है। हमने अपने धर्म के लिए कहा है और अपनी महिलाओं के लिए कहा है। अगर धर्म के लिए प्राण देना पड़े तो दे दूंगा। मुझे कोई पछतावा नहीं है क्योंकि मुझे जो सजा मिलनी थी मिल गई। मैं अपने धर्म के लिए अपना कतरा-कतरा देने के लिए तैयार हूं।”

बजरंग मुनि को जमानत मिलने के बाद सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। प्रकाश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इनको सिस्टम पर पूरा विश्वास है, कुछ भी बकवास कर लो, कुछ नहीं बिगड़ेगा।’ जगत पासी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जरूर जाओ, देश के सामाजिक भाइचारे की  ईंट से ईंट बजा दो, खुद के बीवी बच्चे तो हैं नहीं, जिनके हैं उनके जीवन में आग लगा दो ताकि तुम्हारे कलेजे में ठंडक पहुंच जाए। कैसे सन्यासी हैं? इन्हें पता ही  नहीं कि सन्यासी शांतिदूत होता है, उसका काम संसार मे शांति कायम करना है।’

जसकरण नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अरे जमानत तो क्या इन जैसों को तो विधायक या सांसद की टिकट भी मिल सकता है। ये साहब का ‘न्यू इंडिया’ है जनाब।’ नरेश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘खुद की बंदूक को संदूक में रखकर दूसरों की इस्तेमाल कर जंग जीतने की कोशिश।’ दीपक कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हाफिज सईद का भारतीय वर्जन है भाई ऐसे ही थोड़े ना मानेगा।’

अर्स्लन अहमद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इन लोगों को जब इतनी जल्दी बेल ही मिलनी है तो गिरफ्तार क्या दिखावा के लिए किया जाता है?’ सतेन्द्र कुमार लोधी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘बहुत जल्दी-जल्दी जमानत मिल जाती है, इससे इन्हे और बल मिलता है।’ फुरकान चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यही जोश चाहिए इस देश को नर्क बनाने के लिए।’ रौशन नारायण नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इन जैसों को जमानत कैसे मिल जाती है?’