कासगंज सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता को लेकर भारतीय शैक्षणिक और लेखिका मधु पूर्णिमा किश्वर ने एक्ट्रेस शबाना आजमी पर निशाना साधा है। किश्वर ने कहा है कि आतंकी सोहराबुद्दीन को लेकर आंसू बहाने वाली शबाना आजमी क्या इस नौजवान के लिए भी रोएंगी? दरअसल इस वक्त शबाना आजमी और मधु किश्वर के बीच ट्विटर वॉर चल रहा है। किश्वर ने एक अन्य ट्वीट करते हुए कहा, ‘सोहराबुद्दीन और इशरत जहां जैसे आतंकियों की मौत पर, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झूटे केस में फंसाने की कोशिश की, उन पर आंसू बहाने वाली शबाना आजमी की बेड बुक्स में आना बहुत ही गर्व की बात है।’
दरअसल ट्वविटर पर शबाना और किश्वर के बीच पिछले कुछ दिनों से जंग छिड़ी हुई है। किश्वर ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के विरोध में गुरुग्राम में हुई हिंसा के पीछे पांच मुस्लिमों का हाथ होने की बात कही थी, जिसे बाद में पुलिस ने खारिज कर दिया था। इसे लेकर शबाना आजमी ने किश्वर को सोशल मीडिया पर घेरा था। अब किश्वर कासगंज हिंसा के मामले में शबाना पर निशाना साध रही हैं।
Will the heart of @AzmiShabana bleed for this young man as it did for terrorist Sohrabuddin? https://t.co/5gMjtFpNHE
— MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) January 27, 2018
Mine was an unintended error for which you &your gang hauled me over the coals, some even saying I deserved to be hanged or burnt alive. Ur malafide acts are part of well planned conspiracies @AzmiShabana ji. But you still pretend to be pious thekedar of human rights & secularism https://t.co/IQJTn5htYf
— MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) January 28, 2018
Are you reading this @madhukishwar? https://t.co/HWg4qiUunQ
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) January 26, 2018
बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 22 वर्षीय चंदन की मौत हो गई थी। गणतंत्र दिवस के मौके पर एक रैली निकाली जा रही थी, उसी दौरान हिंदू और मुस्लिमों के बीच हिंसा हुई थी। इस हिंसा में चंदन नाम के शख्स को छाती पर गोली लगी थी, जिसे अलिगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने बताया, ‘गणतंत्र दिवस के दिन हमारी परमिशन के बिना ही तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी, उसी दौरान हिंसा भड़क गई।’ हिंसा अभी भी पूरी तरह से शांत नहीं हुई है। कासगंज में शनिवार को उपद्रवियों ने कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की और एक बस समेत दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया। एक मकान को भी जलाकर खाक कर दिया। पुलिस ने बताया है कि इस मामले में अभी तक 49 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।

