Lok Sabha Election 2019: भाजपा ने अपने प्रवक्ता संबित पात्रा को ओडिशा के पुरी से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। उम्मीदवार घोषित होने और नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद संबित पात्रा चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। चुनाव प्रचार की तस्वीरें और वीडियो अपने टि्वटर अकाउंट पर शेयर कर रहे हैं। रविवार (31 मार्च) को उन्होंने एक वीडियो शेयर किया और लिखा, “पुरी के एक छोटे से गांव में रहने वाली एक बूढ़ी विधवा मां, उसकी तीन बेटियां जिनमें 2 दिव्यांग व बेटा मजदूरी करता है। ऐसी मां का घर बनाने का काम नरेंद्र मोदी जी ने किया है। यह मेरा अपना परिवार है, मां ने खाना बनाकर खिलाया। मैंने अपने हाथों से इन्हें खाना खिलाया और मैं यह मानता हूँ कि इनकी सेवा ही ईश्वर की सबसे बड़ी पूजा है।”
वीडियो में दिख रहा है कि वे एक नवनिर्मित घर में बैठे हैं और वहां एक बुजुर्ग महिला चूल्हे पर खाना बना रही है। संबित खुद भी खाना खा रहे हैं, बुजुर्ग महिला और उसकी बेटी को भी अपने हाथों से खिला रहे हैं।” हालांकि, इस वीडियो को शेयर करने पर सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। यूजर्स ने कहा कि आपने तो प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना उज्ज्वला योजना की पोल खोल दी। दरअसल, महिला जिस चूल्हे पर खाना पका रही है, वह पारंपरिक धुंए वाला है। जबकि, मोदी सरकार 8 करोड़ परिवारों को गैस चूल्हा देने का दावा कर रही है।
पुरी के एक छोटे से गांव में में रहने वाली एक बूढ़ी विधवा माँ, उसकी तीन बेटियां जिनमें 2 दिव्यांग व बेटा मजदूरी करता है। ऐसी माँ का घर बनाने का काम श्री @narendramodi जी ने किया है। [1/2]@BJP4Odisha #PhirEkBaarModiSarkar pic.twitter.com/zhAzafVjbr
— Chowkidar Sambit Patra (@sambitswaraj) March 31, 2019
@puriyash41 ने लिखा, “जिस उज्वला योजना की मोदी बड़ी बड़ी बातें करते है और झूठ फैलाते घूमते रह है हर भाषण और हर जगह उन्ही की पार्टी के नेता संबित पात्रा उसी उज्वला योजना की विफलता का दृश्य दिखते हुए।” @RoflNana_ ने लिखा, “ये मां आज भी चूल्हे पर खाना पकाने को मजबूर है। ये विधवा हैं और उनकी 2 बेटियां दिव्यांग हैं। उज्ज्वला योजना का क्या हुआ? विधवा पेंशन और दिव्यांग पेंशन का क्या हुआ? तुम जैसे चौकीदारों के रहते किसने चोरी कर लिया इनका हक़?”
@PrinceS17879885 ने लिखा, “अरे पात्रा जी, खाना खाने तो पहुंच गए। वोट के लिए उज्जवला योजना के तहत एक गैस सिलेंडर बूढ़ी माता जी को भी दे देते। अब यह मत कह देना कि उनको गैस चलाना नहीं आता।”
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई 2016 को उज्ज्वला योजना की शुरूआत की थी। इसका उद्देशय चूल्हे पर खाना बना रही महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाना था। PMUY योजना के तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों को घरेलू रसोई गैस का कनेक्शन उपलब्ध करवाती है।
