लीसेस्टरशायर की एक महिला को आर्टिफिशियल ब्यूटी का इस्तेमाल करना खासा महंगा पड़ गया। दरअसल 29 साल की रचेल नैपर ने होंठों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए दोस्त के घर लिप फिलर इंजेक्शन लगा लिया। होंठ पर इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद नैपर को खूब दर्द महसूस हुआ। दोस्तों को बताया तो जानकारी मिली ऐसा इंजेक्शन लगाने के बाद आमतौर पर होता है। हालांकि कुछ देर पर दर्द तेज पीड़ा में बदल गया। इंजेक्शन के लगाने के कुछ घंटों बाद नैपर होंठ सूजने लगे। ऊपर का होंठ तो सूजकर अपने मूल आकार से करीब तीन गुना बड़ा हो गया। ब्यूटीशियन बताया तो उन्होंने भी सामान्य प्रक्रिया बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एलर्जिक रिएक्शन है। उन्हें एंटीहिस्टामिन लेना चाहिए। ये एलर्जी के इलाज में काम आने वाली दवाई है।
इसके बाद भी बात नहीं बनी तो बर्फ लगाने को कहा। मगर फिर भी होंठ का साइज लगातार बढ़ने पर नैपर हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचीं। यहां लिप फिलिंग के मामले में नेशनल हेल्थ सर्विस भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकी। वहां सिर्फ इस बात की जांच की गई कि नैपर को फौरी तौर पर कोई खतरा तो नहीं है। नैपर कहती हैं कि लिप फिलिंग की वजह से हुई सूजन की वजह से वह करीब एक सप्ताह तक बीमार रहीं और घर से बाहर नहीं निकलीं। स्थानीय डॉक्टर की सलाह के बाद लंदन में लिप मामले के प्रोफेशनल क्लीनिक में जाना पड़ा। वहां डॉक्टर्स ने होंठ से फिलिंग निकाली। करीब 72 घंटे के बाद होंठ दोबारा अपनी पुरानी अवस्था में आ गए।
बता दें कि पिछले दिनों एक फ्रेंच महिला को बालों में कलर लगाना खासा महंगा पड़ गया। हेयर डाई की वजह से महिला को एलर्जी हो गई और उसका चेहरा अपने मूल आकार से बहुत बड़ा हो गया। 19 साल की ईस्टल ने बताया कि बालों में कलर करने के बाद उनका चेहरा सूजकर बिजली के बल्ब की तरह हो गया। ईस्टल के मुताबिक, ‘बालों में पीपीडी (Paraphenylenediamine) कैमिकल लगाने की वजह से मुझे एलर्जी हो गई।’ 19 साल की युवा के मुताबिक उन्होंने प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने से पहले इसे कम मात्रा में ही इस्तेमाल किया। हालांकि तुरंत प्रोडक्ट का रिजल्ट सामने आना लगा और चेहरा सूजने के बाद सिर में खूब जलन होने लगी।
सिर अपने मूल आकार 22 इंच से बढ़कर 24.8 इच का हो गया। सांस लेने में भी खासी परेशानी होनी लगी, जिसके चलते उन्हें तुरंत हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। यहां उन्हें एड्रेनालाईन का शॉट दिया गया। एड्रेनालाईन का इस्तेमाल ब्लड फ्लो बढ़ाने के लिए किया जाता है। उन्हें एक रात डॉक्टरों ने अपनी निगरानी में रखा। इसके बाद सूजन कम होना शुरू हो गई। डॉक्टरी उपचार के ठीक हुई ईस्टल ने बताया, ‘मैं तो करीब-करीब मर ही चुकी थी। मैं नहीं चाहूंगी की ऐसा किसी और के साथ दोबारा हो।’

