केंद्र सरकार द्वारा पारित 3 कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर जनसत्ता लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष व कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ ने कहा, जो असली किसान है व खेतों में काम कर रहे हैं। खालिस्तान की मांग करने वाले इस कानून को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
एक चैनल से इंटरव्यू के दौरान राजा भैया ने कहा, देश में एक किसान आंदोलन चल रहा है और वह किसान आंदोलन देश के एक हिस्से में चल रहा है। इसमें एक राज्य के विशेष लोग सक्रिय हैं उत्तर प्रदेश में हम सभी लोग ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं। सब के बाद दादा व खेती किसानी ही करते हैं। उन्होंने अपने बारे में बताते हुए कहा कि मैं स्वयं ऑर्गेनिक फार्मिंग में बहुत रुचि रखते हैं खास तौर से इस लॉकडाउन में हमने उसको लेकर और काम किया है।
उन्होंने कहा, असली किसान खेतों में काम कर रहा है। उन किसानों की जो मांग है या जो भ्रम फैलाया जा रहा है। जैसे कहा जा रहा है कि एमएसपी खत्म की जा रही है तो एमएसपी कभी खत्म हो ही नहीं सकती है। इस बात को सरकार कह भी रही है लेकिन फिर भी धरना चल रहा है। उस बारे में जिस तरह के लोग सक्रिय हैं या 15 अगस्त को जो प्रदर्शन हुआ। उन सब से लोगों को समझ लेना चाहिए कि असली किसान खेतों में काम कर रहा है। वह धरना नहीं दे रहा है।
एंकर ने सवाल पूछा कि फिर धरना कौन दे रहा है? इसका जवाब देते हुए राजा भैया ने कहा, धरना देने वाले लोगों में कोई खालिस्तान की मांग कर रहा है..कोई भारत तेरे टुकड़े होंगे कह रहा है…कोई राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर रहा है…कोई लाल किले पर चढ़ा जा रहा है…यह किसान नहीं है।
उनके इस जवाब पर एंकर ने पूछा, आपको लगता है कि राष्ट्रीयता प्रमुख मुद्दा होना चाहिए? राजा भैया ने कहा, इस मुद्दे पर हम बल देते हुए कहेंगे कि राष्ट्रीयता की कमी हम सभी लोगों में है हम लोगों में एकाएक उबाल तो आता है लेकिन वह उबाल ठंडा हो जाता है। उन्होंने यूरोप का एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि हमारे यहां वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को लेकर इतना सम्मान नहीं है।