जोशीमठ (Joshimath) के शंकराचार्य मठ में भी कई जगहों पर दरारें आ गई हैं, जिससे मठ को खतरा पैदा हो गया है। शंकराचार्य मठ के प्रमुख स्वामी विश्वप्रियानंद ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बताया कि 15 दिन पहले शंकराचार्य मठ में कोई दरार नहीं थी लेकिन इन दिनों मठ में दरारें लगातार बढ़ रही हैं। इसको लेकर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का नाम लेते हुए के ट्वीट किया। जिसपर लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं।

कुमार विश्वास ने किया ऐसा ट्वीट

कवि कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर हैंडल ऊपर लिखा,”राहुल जी की ठंडरोधी टी शर्ट के महान विचार-मंथन से यदि मुक्त हो गए हों तो पार्टी-बंधक पर्यावरण-रक्षकों व सरकारानुकूल सनातन धर्मावलंबियों को तनिक इस विषय में भी विचार करना चाहिए।” जानकारी के लिए बता दें कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का नेतृतव कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ठंड में भी केवल टी-शर्ट में पहने नजर आ रहे हैं, ऐसे में बीजेपी नेता राहुल गांधी पर चुटकी ले रहे हैं।

कुमार विश्वास के ट्वीट पर यूज़र्स के कमेंट्स

कांग्रेस नेत्री अनुमा आचार्य ने लिखा,”पर्यावरण का अतिदोहन बंद नहीं हुआ, तो पर्यावरण ख़ुद क्षेत्र विशेष की मानवता का पतन करने पर उद्यत हो जायेगा। ऐसा होना वैसे भी शुरू हो गया है। उत्तराखंड में बादल फटने की आपदायें बढ़ी हैं…भूकंप भी दूर नहीं।” @dileepshukla111 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- बेहद गम्भीर विषय है। कई परिवारों की जान माल का भी खतरा बना हुआ है। उत्तराखण्ड सरकार को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत।

Also Read

@ADITYAG44549426 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया,”भारत में कुछ घटित होने के पहले उसको संभालने का प्रावधान नही हैं इसीलिए संयम बनाएं रखे और कुछ घटना होने का इंतजार करें तभी सरकार और मीडिया अपनी मंत्रमुग्धता से कुछ समय के लिए बाहर आती है। @pramila2710 नाम की एक यूजर ने लिखा,”मेट्रो शहरों को जगमगाती बिजली और वो भी फ्री देने के लिए विकास के नाम पर पहाड़ उजड़ते रहेंगे। पुराना टिहरी का दर्द उनको पता है जिन्होंने अपने शहर के साथ अपनी यादों को भी डूबते देखा है। अब जोशीमठ उसी राह पर है।

Also Read

@alokraj113 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि इसकी जिम्मेवारी किसकी है कविराज? आज की मीडिया बिल्कुल खोखली हो गयी है। मीडिया का काम पहले होता था, समाज में एकजुटता बनाए रखने का, मगर वर्तमान समय में जहर घोल रहा है। लोगों को समझने की जरूरत है। वैसे आपके वाणी से फूल झड़ते हैं, अगर आप अपील करते हैं तो निश्चित रूप से प्रभाव पड़ेगा।