कवि कुमार विश्वास ने एक कार्यक्रम के दौरान RSS पर टिप्पणी कर विवादों में फंस गए। मामला बढ़ता देख उन्होंने वीडियो जारी कर माफी भी मांग ली। इस बीच उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उन्हें सबसे ज्यादा किसकी गालियां देख कर दुख हुआ है। कुमार विश्वास पर किए गए इस ट्वीट पर लोग भी कई तरह के कमेंट कर रहे हैं।

सोशल मीडिया यूजर ने कुमार विश्वास को लेकर कही ऐसी बात

आशीष मिश्रा नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया, “डॉ कुमार विश्वास जी का सम्पूर्ण परिवार ही संघ परिवार का हिस्सा है। किसी अन्य संदर्भ में दिये गये वक्तव्य को अन्यथा लिया गया एवं अब कुपढ़ और आपिए इसको जमकर ट्रेंड कराने में लगे हैं। जबकि श्री विश्वास नें इस संदर्भ में सफ़ाई दी व माफ़ी भी मांगी।” इसी ट्ववीट पर कुमार विश्वास ने बताया कि उन्हें किसकी गालियां सुनकर दुःख हुआ।

कुमार विश्वास ने किया ऐसा ट्ववीट

कुमार विश्वास ने आशीष नाम के यूजर के ट्ववीट पर लिखा कि कोई बात नहीं आशीष।मेरे स्पष्टीकरण व दूसरे दिन सुनने आई दोगुनी जनता ने उन अपनों व परायों को उत्तर तो दे ही दिया जो युवाओं तक रामगुण पहुंचाने के मेरे प्रयासों की सफलताओं से कुढ़े बैठे हैं।पर कोरोना काल में मेरे राम ने मेरे माध्यम से जिनकी रक्षा कराई बस दुख उनकी गालियाँ देखकर हुआ?

लोगों के रिएक्शन

@ayushaap1 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि क्या करेंगे गुरुदेव यह दुनिया बहुत एहसान फरामोश है यहां लोग प्रभु श्री राम की आराधना भी राजनीतिक पार्टी देखकर करते हैं। इस देश के अंदर अधिकतर लोगों को भगवान से अधिक राजनीतिक दलों पर और किसी संगठन विशेष पर ज्यादा आस्था है।

@Shashtiw92 नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- अर्थ का अनर्थ किसी भी ज्ञानी के भाषण पर बनाया जा सकता है। ये बहुत घटिया मानसिकता के लोग हैं। @devendra_jagan नाम के एक यूजर लिखते हैं कि कुमार विश्वास साहब की सिर्फ एक लाइन सुनकर वही लोग ट्रोल कर रहे हैं, जिनकी मानसिकता रामचरित मानस का विरोध करने वालों से मेल खाती है।

जानकारी के लिए बता दें कि कुमार विश्वास ने इससे पहले कार्यक्रम के दूसरे दिन की फोटो शेयर कर कहा कि तबियत खराब होने के बाद भी वह आये थे। विवाद बढ़ने के बाद भी लोगों ने मेरी बातें ध्यान से सुनी। इसके साथ उन्होंने लिखा,”कल कुछ साथियों ने अपने-अपने सोशल मीडिया पर मेरे लिए गंदा-गंदा लिखा। उनमें से अधिकांश को दशकों से जानता हूँ। कुछ साथ न आ पाने योग्य कविगण हैं तो कुछ मेरे राजनैतिक दिनों में डिबेट्स में सामने पड़े राजनीति के लोग। उनकी गालियों के लिए भी आभार।”