मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri By – Election) पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (SP) की प्रत्याशी डिंपल यादव (Dimple Yadav) के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रचार अभियान शुरू कर दिया है तो वहीं भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य (Raghuraj Shakya) को जिताने के लिए यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) पूरी जोर – आजमाइश करते नजर आ रहे हैं। इस बीच उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट से अखिलेश यादव का जिक्र कर एक ट्वीट किया तो लोगों ने खिंचाई की।
यूपी डिप्टी सीएम ने अखिलेश यादव का किया जिक्र
यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपनी सोशल मीडिया हैंडल के जरिए अक्सर ही समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते नजर आते हैं। ऐसे में उन्होंने मैनपुरी उप चुनाव को लेकर लिखा, ” सपा मुखिया अखिलेश यादव जी सहित जब से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व में भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष फिर लगातार दूसरी बार उप मुख्यमंत्री बनाया, मेरे लिए अपमान भरे शब्दों का प्रयोग सदन में भी सड़क पर भी करते रहे हैं, इसका बदला कमल खिलाकर लोकतांत्रिक ढंग से लें।”
लोगों ने यूं की खिंचाई
केशव प्रसाद मौर्य द्वारा किए गए स्पीड पर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स उनका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं ज्यादातर लोगों ने उनकी खिंचाई की है। सौरव यादव नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, “आप यूपी इलेक्शन 2022 भूल जाते हैं क्या? कौशांबी में किस तरह हारे थे?” विकास यादव नाम के एक ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया – सदन में आपको अखिलेश जी और सड़क पर पल्लवी जी, आपका अपमान कर रही हैं। इसका बदला आप मैनपुरी में साइकिल चलाकर ले सकते हैं। सूरज त्रिपाठी नाम के एक यूज़र ने कमेंट किया, “जो लोग अपनी सीट पर खुद नहीं जीत पाते हैं, वह दूसरी सीटों पर प्रचार कर रहे हैं।”
पिंकू शुक्ला नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि कई बार पढ़ लिया लेकिन समझ में नहीं आ रहा है कि लिखना क्या चाह रहे हो डिप्टी सीएम जी? शैलेंद्र नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, “कोई है जो इस ट्वीट को डीकोड कर सके, मतलब इसका समझा दे।” हैदर नाम के एक यूजर ने लिखा – एक बार इस ट्वीट को पुनः पढ़ लीजिए डिप्टी सीएम, खुद नहीं समझ पाएंगे कि कहना क्या चाह रहे हैं। निशांत यादव नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया- कहना क्या चाहते हो जनाब।
जानकारी के लिए बता देंगे मैनपुरी में होने वाले उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी आमने-सामने है। गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की कर्मभूमि और सपा का गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी में 1996 के चुनाव से मुलायम का जादू चलता रहा है। ऐसे में सपा के लिए यह सीट जीतना बेहद जरूरी है तो वहीं सपा का गढ़ तोड़ने के लिए बीजेपी (BJP) भी रणनीति बनाती नजर आ रही है।