कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहें है। इसके पीछे की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। असल में नेता जी से छात्र ने ऐसा सवाल पूछ लिया कि वे नाराज हो गए और उसपर कार्रवाई का आदेश दे दिया। चलिए बताते हैं कि पूरा मामला क्या है?
दरअल, मधु बंगारप्पा से एक छात्र ने पूछ लिया ‘‘शिक्षा मंत्री कन्नड़ नहीं जानते?’’ इस कमेंट को सुनकर वे पहले तो थोड़ी देर तो शांत रहे इसके बाद फिर भड़क गए। उन्होंने तिलमिलाते हुए कहा कि ‘‘ये कौन है? क्या मैं उर्दू में बोल रहा हूं? टीवी वाले अब इसे दिखाते रहेंगे…। जिसने भी ये कहा कि मैं कन्नड़ नहीं जानता, इसे रिकॉर्ड करें और उनके खिलाफ़ कार्रवाई करें।
बता दें कि यह मामला उस समय हुआ जब शिक्षा मंत्री 25,000 छात्रों को सीईटी, जेईई और नीट परीक्षा के लिए मुफ़्त ऑनलाइन कोचिंग देने को लेकर एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। बुधवार को वर्चुअल बातचीत के दौरान, छात्र ने कथित तौर पर कहा कि ‘शिक्षा मंत्री कन्नड़ नहीं जानते…’ स्कूली शिक्षा और साक्षरता मंत्री पहले तो छात्र की टिप्पणी सुनकर शांत दिखे, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की।
उन्होंने कहा ‘‘ये कौन है? क्या मैं उर्दू में बोल रहा हूं? टीवी वाले अब इसे दिखाते रहेंगे…। जिसने भी कहा कि मैं कन्नड़ नहीं जानता, इसे रिकॉर्ड करें और उनके खिलाफ़ कार्रवाई करें। यह बहुत बेवकूफ़ी है। उसे शर्म आनी चाहिए।’’ इसके बाद मंत्री ने अपने बगल में बैठे प्रधान सचिव (स्कूल शिक्षा) रितेश कुमार और पीयू (प्री-यूनिवर्सिटी) विभाग की निदेशक सिंधु रूपेश को मामले पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उन्होंने आगे कहा ‘‘शिक्षक कौन है, बीईओ (ब्लॉक शिक्षा अधिकारी)? इसे बहुत गंभीरता से लेना पड़ेगा। किसी ने कहा है कि ‘विद्या मंत्री’ (शिक्षा मंत्री) कन्नड़ नहीं जानते।’’ इस पर, एक अधिकारी ने संदेह व्यक्त किया कि क्या छात्र ने वास्तव में ऐसी टिप्पणी की थी, जिस पर मंत्री ने जवाब दिया ‘‘हां, हां…उसने ऐसा कहा…आपको कार्रवाई करनी होगी, मैं चुप नहीं बैठ सकता। देखें वह कौन था….।’’
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि कार्रवाई की जाएगी। इस मुद्दे पर बंगारप्पा पर निशाना साधते हुए, भाजपा ने उन्हें ‘‘अविद्या मंत्री’’ कहा। पार्टी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया ‘‘आप (मंत्री) ने कहा कि यह ज्ञान का मंदिर है, साहस के साथ सवाल करें। और अब आप किसी ऐसे व्यक्ति को मूर्ख कहते हैं जो सवाल करता है…।’’ एक अन्य पोस्ट में पार्टी ने कहा, ‘‘मधु बंगारप्पा ने पहले खुद कहा था कि उन्हें कन्नड़ ठीक से नहीं आती। अब जैसे ही एक छात्र ने उन्हें यह याद दिलाया, तो उस छात्र के साथ-साथ शिक्षकों और वहां के बीईओ के खिलाफ कार्रवाई का आदेश देना वाकई मूर्खतापूर्ण है। कांग्रेस का ऐसा तानाशाही रवैया लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।’’