Karnataka Police Handovers Lost Child in 30 Hours: कलबुर्गी पुलिस की इनदिनों खूब चर्चा में है। चर्चा की वजह उनके द्वारा किया गया शानदार कार्य है। उन्होंने एक परिवार को 30 घंटे के भीतर उनका नवजात बच्चा ढूंढ कर सौंप दिया। अपने अगवा हो गए बच्चे को वापस पाने के बाद परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस पूरी घटना का वीडियो सामने आया है, जो काफी भावुक करने वाला है।
पुलिस ने बच्चे को परिजनों को सौंप दिया
दरअसल, यहां के जीआईएमएस अस्पताल से सोमवार (25.11.2024) एक नवजात बच्चे को चोरी कर लिया गया था। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाने के बाद पुलिस हरकत में आई के महज तीस घंटे में बच्चे को सकुशल बरामद कर बुधवार (27.11.2024) की सुबह उसे उसके परेशान माता-पिता को सौंप दिया।
घटना के संबंध में कलबुर्गी पुलिस आयुक्त शरणप्पा एसडी ने बताया कि बच्चे को ले जाने वाले तीन संदिग्धों उमेरा, नसरीन बानू और फातिमा को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि बच्चे की बरामदगी के बाद आयुक्त खुद जीआईएमएस अस्पताल गए और बच्चे को उसके परिवार को सौंप दिया।
शरणप्पा ने कहा कि मामले की गंभीरता देखते हुए तत्काल पुलिस की चार टीमें बनाई गईं। हर टीम में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल था। शहर के अधिकांश पुलिसकर्मियों को बच्चे का पता लगाने में मदद करने का आदेश दिया गया। ऐसे में सभी काम पर लग गए और बच्चे को बरामद कर लिया गया।
सोमवार को बच्चे को ले भागे थे आरोपी
जानकारी अनुसार सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे नवजात बच्चे को अगवा कर लिया गया था। पहले तो परिजनों ने खुद ही बच्चे के ढूंढा पर जब वे असफल रहे तो शाम 5.30 बजे ब्रम्हपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई।
शिकायत पाने के बाद पुलिस कार्रवाई में जुटी और सीसीटीवी फुटेज की जांच करना शुरू किया। इस दौरान पता चला कि नर्स की पोशाक में तीन महिलाएं बच्चे को ले गईं। वो तीनों एक इलेक्ट्रिक ऑटो-रिक्शा में बैठीं और मौके पर से भाग गईं।
ऑटो चालकों की मदद से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने शहर में ऐसे रिक्शा चलाने वाले सभी चालकों से पूछताछ की। ऑटो चालकों की मदद से पुलिस मंगलवार शाम तक महिलाओं को पकड़ने में सफल रही। आरोपी महिलाएं शाह जिलानी दरगाह में रहने वाली नौकर का काम करती हैं।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उनके एक रिश्तेदार, जो निःसंतान है, ने उनसे एक लड़का लाने के लिए कहा था, जिसके लिए वो 50,000 रुपये देने वाला था।
ऐसे में वो बच्चा चोरी करने के फिराक में थी। इसी दौरान उन्हें जीआईएमएस अस्पताल से बच्चे को चुराने का मौका मिल गया और उन्होंने उसका अपहरण कर लिया।