जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार शाम को हुई हिंसा सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस हिंसा से जुड़ी तस्वीरें औऱ वीडियोज सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। वायरल तस्वीरों और वीडियोज में जहां एक तरफ खून से लथपथ छात्र और प्रोफेसर दिख रहे हैं वहीं दूसरी ओर नकापोश हमलावर भी दिख रहे हैं। इन सबके बीच सोशल मीडिया में कुछ व्हाट्सऐप स्क्रीनशॉट्स भी वायरल हो रहे हैं। इन स्क्रीन शॉट्स को लोग शेयर करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर निशाना साध रहे हैं। लोग आरोप लगा रहा हैं कि जेएनयू छात्रों पर हुए हमले को एबीवीपी ने योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया है। जो स्क्रीनशॉट्स वायरल हो रहे हैं उसमें लोग जेएनयू में इकट्ठा होने की बातें कर रहे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने भी ऐसा ही एक स्क्रीनशॉट शेयर किया। उसमे लिखा था “JNU के समर्थन में लोग मेन गेट पर आ रहे हैं। वहां कुछ करना है।” बरखा दत्त ने लिखा कि ये चैट जिस ग्रुप का है उसका नाम है यूनाइट अगेंस्ट लेफ्ट। जिसने ये मैसेज किया था, उसका नंबर साफ-साफ स्क्रीनशॉट में दिख रहा था।
This message is from a WhatsApp group called ‘Unity Against Left’ – I’ve edited out the group because of privacy laws on showing numbers, but the operative message retained : “main gate par kuch karna hai” against those who “support JNU” #JNUViolence pic.twitter.com/asXyRlfrsK
— barkha dutt (@BDUTT) January 5, 2020
बरखा दत्त के इस ट्वीट पर लोग लिखने लगे कि जो नंबर आपने स्क्रीनशॉट में शेयर किया है वह कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। ऐसे लोगों ने कुछ स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किए। देखते ही देखते बरखा दत्त का ये ट्वीट और कांग्रेस से इस नंबर के कनेक्शन का स्क्रीनशॉट वायरल होने लगा। लोग कांग्रेस को ट्रोल करने लगे।
Thank you ma’am for exposing the Congress nexus behind the JNU violence. pic.twitter.com/y4SZufB6Dd
— Ninda Turtle (@NindaTurtles) January 5, 2020
Again this 10 janpath servant exposed ! It’s congress no pic.twitter.com/SKo84BVDoj
— Virendra Vikram Singh (@virendra_it) January 5, 2020
जेएनयू हिंसा में खुद को ट्रोल होता देख कांग्रेस पार्टी को सफाई जारी करनी पड़ी। कांग्रेस ने इस नंबर से अपना संबंध होने के मामले में सफाई देते हुए कहा- कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम ने लोकसभा चुनाव के दौरान कई लोकल वेंडर्स को क्राउड फंडिंग के लिए अपने साथ जोड़ा था। जिस नंबर की बात हो रही है वह उन्हीं वेंडरों में से एक है लेकिन अब वो कांग्रेस के साथ नहीं जुड़ा है।
The SM team of INC had hired the services of several private vendors to run the crowd funding campaign, for a limited period before Lok Sabha Elections after which it was discontinued. The number belonged to a vendor and has nothing to do with INC.
— Congress (@INCIndia) January 5, 2020
बता दें कि रविवार शाम जेएनयू में करीब 100 नकाबपोश बदमाशों ने छात्रों पर हमला बोल दिया। इस हमले में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष भी बुरी तरह से जख्मी हो गईं। आईशी ने एबीवीपी पर इस हमले का आरोप लगाया है।
