बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड को लेकर इस वक्त राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है। बिहार में आरजेडी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर शेल्टर होम कांड को लेकर जमकर निशाना साध रही हैं। इस मामले के सामने आने के बाद से ही टीवी न्यूज़ चैनलों से लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। बालिका गृह में 34 बच्चियों के साथ हुए रेप के मामले को लेकर आज तक में भी एक बहस का आयोजन किया गया, जिसमें जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने काफी हैरान करने वाली बात कही। आलोक ने कहा कि उनकी ही सरकार ने इस मामले को उजागर किया लेकिन इस पर सरकार की तारीफ क्यों नहीं हो रही है?

टीवी डिबेट में अजय आलोक से पूछा गया कि इस मामले में नीतीश कुमार चुप क्यों हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘कोई चुप नहीं है और व्यर्थ का बक-बक करने से कोई आरोप सिद्ध नहीं होता और आपके एक्शन में आपकी आवाज निकलनी चाहिए। आप बताइए कि क्या ये सही नहीं है कि बिहार पहला राज्य है इस देश में जिसने अपने देश में सोशल ऑडिट करवाया। आज तक देश में किसी राज्य ने ऐसा नहीं किया था, लेकिन हमने करवाया, क्यों करवाया… क्योंकि ये तंत्र हमारा है, इसकी जिम्मेदारी हमारी है और अगर तंत्र में कोई गड़बड़ी चल रही है तो उसका समय-समय पर पता लगाना हमारी जिम्मेदारी है, जो हमने किया और हम इसे अब हर महीने करने जा रहे हैं।’

आलोक ने आगे कहा, ‘फरवरी महीने में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) ने अपनी रिपोर्ट दी, क्या ये सही नहीं है कि TISS की रिपोर्ट के बाद, एक एनजीओ की रिपोर्ट के बाद उसको विभागीय स्तर से वैरिफाई करना जरूरी था? जब दो महीने में इसकी पड़ताल कर ली गई तो तत्कार एफआईआर की गई और 24 घंटे के अंदर 12 गिरफ्तारी की गई, तो व्हिसल ब्लोअर भी हम, पकड़ने वाले भी हम, उजागर करने वाले भी हम और सवाल उठाता है विपक्ष, सवाल उठाता है मीडिया, क्या मीडिया को हमारी तारीफ नहीं करनी चाहिए कि हमने अपने तंत्र की खामी खुद खोजी है।’