मशहूर शायर, लेखक और गीतकार जावेद अख्तर एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं। इस बार जावेद अख्तर ने एक ट्वीट करते हुए सवाल उठाया कि ‘क्या कोई मुझे यह बतलाएगा कि जिन देशद्रोहियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर संविधान की किताब सरेआम जलाई उनकी गिरफ्तारी अभी तक क्यों नहीं हुई?’ जावेद अख्तर के इस ट्वीट को पुणे पुलिस की उस कार्रवाई से जोड़ कर देखा जा रहा है जिसके तहत पुलिस ने हाल ही में भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में संलिप्ता और नक्सलियों से सांठगांठ के शक में 5 वामपंथी विचारकों समेत कुछ लोगों को हाल ही में गिरफ्तार किया है।
जिन पांच लोगों को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनमें सुधा भारद्वाज, अरुण परेरा, वरवर राव, गौतम नौलखा, वेर्नोन गोंजाल्वेज शामिल हैं। यहां यह भी बता दें कि पुणे के निकट कोरेगांव-भीमा गांव में पिछले साल 31 दिसंबर को आयोजित एलगार परिषद के बाद दलितों और सर्वण जाति के पेशवाओं के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था। बहरहाल अब अपने इस ट्वीट के बाद जावेद अख्तर सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से ट्रोल होने लगे हैं।
Have you any proof or make an allegation as per your wife habit???
— CA Parikh (@japanparikh33) August 29, 2018
सबसे बड़े traitor आप हो । अपने देश के प्रधान मंत्री के खिलाफ साजिश हो रही है। और आप लीगल प्रोसेस में तुरंत हस्तक्षेप करते है।
— santur (@parth2314) August 29, 2018
Sharing without comment pic.twitter.com/1tVB8I4eeW
— chinki indorie (@indoremerijaaan) August 29, 2018
Burning constitution is not worse than burning humans. Naxals do that and urban naxals support it. By this tweet you have proved to be one of them.
— Manini ♀ (@CuriousKudi) August 29, 2018
Will someone tell me why those skull cap and ooncha pajama wearing goons, who desecrared Azaad Maidan and still roam freely, with some pests supporting them silently, hv not been arrested yet.https://t.co/ODJA75UWYU
— Don Pablo Chocobar ㅤ ㅤ ㅤㅤ ㅤ ㅤ ㅤ (@DhaOnez) August 29, 2018
जावेद अख्तर सोशल मीडिया पर अपनी बातें खुलकर रखने के लिए जाने जाते हैं। पहले भी कई बार ऐसा हुआ है जब किसी मुद्दे पर अपनी राय की वजह से वो ट्रोलर्स के निशाने पर आए हों। इससे पहले जावेद अख्तर ने संसद में जनप्रतिनिधियों द्वारा बोली जाने वाली कविताओं को लेकर ट्वीट किया था। जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में कहा था कि ‘मैं हाथ जोड़ कर लोकसभा में सभी पार्टियों के सांसदों से अनुरोध करता हूं कि गम से कम कविता पर कुछ दया दिखाएं।’