महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में मची उथल-पुथल के बीच सोशल मीडिया पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन के बीच नोकझोंक हो गई। कांग्रेस के नेताओं के बीच हुई ट्विटर वार पर सोशल मीडिया यूजर्स भी मजे लेते नजर आए। कुछ यूजर्स ने आचार्य प्रमोद कृष्णन को कांग्रेस छोड़ देने की भी सलाह दी।

दरअसल, आचार्य प्रमोद कृष्णन ने महाराष्ट्र पॉलिटिक्स पर कहा कि सत्ता को ठोकर पर मारने वाले स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे की विरासत का सम्मान करते हुए उद्धव ठाकरे जी को मराठा गौरव की रक्षा करने हेतु नैतिक मूल्यों का निर्वहन करते हुए मुख्यमंत्री के पद को त्यागने में एक पल का विलंब भी नहीं करना चाहिए। इसके जवाब में जयराम रमेश ने कहा कि ना तो यह कांग्रेस पार्टी की विचारधारा हैं, नाही आचार्य प्रमोद कृष्णन कांग्रेस के अधिकृत प्रवक्ता हैं।

आचार्य प्रमोद ने तंज कसते हुए जयराम रमेश के ट्विटर पर लिखा कि अधिकृत तो टंपरेरी होता है प्रभु, मैं तो परमानेंट हूं फिर भी आपको कोई दिक्कत है तो जय राम जी की। इन दोनों के ट्वीट पर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने कहा कि कांग्रेस अपने घर की ही लड़ाई सुलझा नहीं पा रही है तो वह सत्ता में काबिज नरेंद्र मोदी सरकार से कैसे ही सामना करेगी।

लोगों ने यूं लिए मजे : अभय प्रताप सिंह नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि आचार्य जी पब्लिकली इतना अपमान हुआ है आपका और आप अभी भी? आलोक तिवारी नाम के एक यूजर ने हंसने वाली इमोजी के साथ लिखा – लगता है कि आपकी तपस्या में कांग्रेसियों को कमी नजर आने लगी है। मदन वैष्णव नाम के एक यूजर लिखते हैं कि सब की लंका लगी पड़ी है।

एक अन्य सोशल मीडिया यूजर्स सवाल करते हैं कि प्रमोद कृष्णन जी आपको गर्व महसूस हो रहा है या शर्म? एक यूजर ने लिखा कि प्रमोद कृष्णन कांग्रेस के सुब्रमण्यम स्वामी हैं। रवि भदौरिया नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘ करा ली बेज्जती? पड़ गई दिल को ठंडक? और करा लो हिंदू संतों का अपमान क्रिश्चियन कांग्रेस से।’ एक अन्य सोशल मीडिया हैंडल से लिखा गया कि एक आचार्य का इतना अपमान। ये जयराम रमेश अपने आप को क्या समझते हैं।