केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Ex. PM Dr. Manmohan singh) की सरकार की आर्थिक सुधारों की जमकर तारीफ की। एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि उन्होंने जो आर्थिक सुधार के कदम उठाए थे, उससे देश की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा मिली। आर्थिक सुधारों के लिए देश पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का ऋणी है। अब नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के इसी बयान को आधार बनाकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कसा है।
जयराम रमेश का वित्त मंत्री पर तंज
जयराम रमेश (Congress Leader Jairam Ramesh) ने ट्वीट कर लिखा कि 16 सितंबर को वित्त मंत्री महोदया ने कहा था कि 1991 के आर्थिक सुधार अधपके थे। मास्टरशेफ गड़करी ने उन्हें पका दिया और डॉ मनमोहन सिंह के 1991 के आर्थिक सुधारों की भरपूर प्रशंसा की। मुझे लगता है कि अब वो इसे पचा पाएंगी। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा था कि 1991 के आर्थिक सुधार तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए आधे-अधूरे सुधार थे, जहां अर्थव्यवस्था को सही तरीके से नहीं बल्कि IMF द्वारा लगाए गए सख्ती के अनुसार खोला गया था।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@Abhisheklmo यूजर ने लिखा कि सर, गडकरी साहब ने ये भी बोला कि जो हम ऐसा रोड बना चुके वो 60 साल में नहीं बना। आप सहमत हैं तो आपको वो भी बताना चाहिए। @HarisButt_says यूजर ने लिखा कि बीजेपी को पता नहीं है कि देश का मतलब क्या होता है? उन्होंने सोचा था कि जुबां से काम चल जायेगा लेकिन वास्तव में अब वो परेशान हैं कि करें तो क्या करें।
@ArunNRI2 यूजर ने लिखा कि हर कोई जानता है कि पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह ने बहुत अच्छा काम किया लेकिन पीएम के रूप में वह सोनिया और राहुल गाधी की दिशानिर्देश पर ही काम करते रहे! @VivekShama यूजर ने लिखा कि इसलिए तो कहते हैं “अधजल गगरी छलकत जाए”। एक यूजर ने लिखा कि निर्मला सीतारमण ने अपने बयानों का महत्व खो चुकी हैं।
बता दें कि जब नितिन गडकरी ने पूर्व पीएम की तारीफ की तो कांग्रेस ने भी इस पर ट्वीट किया, कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि नितिन ने कहा है, “मनमोहन सिंह द्वारा शुरू किए गए आर्थिक सुधारों ने भारत को एक नई दिशा दी। आर्थिक सुधारों के लिए यह देश मनमोहन सिंह का ऋणी रहेगा।” कांग्रेस, नितिन गडकरी के बयान के जरिये पर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है।