इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है। इजरायल और फिलिस्तीन के समर्थन को लेकर दुनिया दो भागों में बंट गई है। भारत के कुछ लोग इजरायल का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ फिलिस्तीन का! हालांकि अब पत्रकार सुरेश चव्हाणके ने अपने कार्यक्रम का एक टीजर जारी किया है, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है।

सुरेश चव्हाणके वीडियो में कह रहे हैं, ‘क्या इजरायली यहूदी ही यदुवंशी या हमारे यादव हैं? जो महाभारत युद्ध के बाद पश्चिम के देशों में बस गए थे। दोनों के नामों का अर्थ भी सामान है और दोनों को विजय होने तक लड़ने का जूनून भी सामान है। इतना ही नहीं महाभारत, बाइबल और यहूदियों के धर्मग्रंथ के साथ पांच हजार साल पुराण इतिहास का विश्लेषण!’

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘हर यदुवंशी को बैजनाथ यादव उर्फ बेंजामिन नेतन्याहू का समर्थन करना चाहिए।’ नरेंद्र नाथ मिश्रा ने लिखा, ‘यहूदी ही यादव हैं! हंसने वाली बात नहीं है यह। यह कोई स्पूफ़ या मनोरंजक शो नहीं है। यह देश की मेनस्ट्रीम मीडिया है।’

शादाब चौहान ने लिखा, ‘हमने तो सुना था कि यदुवंशी भाई(यादव) गाय की पूजा, सनातन धर्म का पालन करते हुए मूर्ति पूजा भी करते हैं लेकिन सुरेश चव्हाणके ने बताया कि वह तो यहूदी हैं और यहूदी तो गौमांस भी खाते हैं, मूर्ति पूजा का भी विरोध करते हैं, एक ईश्वर को मानते हैं तो यादव भाइयों बताओ क्या आप इसकी बात से सहमत हो?

प्रशांत कुमार ने लिखा, ‘नेतन्याहु उधर इज़राइल में मामला निबटा के फूलपुर में चुनावी सभा करेंगे। यहूदी ही यादव है।’ एक अन्य ने लिखा, ‘मैंने ये पढ़ा था कि गांधारी के श्राप स्वरूप जब द्वारिका में यादवों के बीच बड़ा संघर्ष हुआ जिसमें कुछ पश्चिम की और गमन कर गए जो आज के यहूदी हैं।’ एक ने लिखा, ‘यादव और यहूदी एक हैं तो तो सिक्किम सिखों का है, मेघालय मेघवालों का है, लाहौर लुहार भाईयों का है और सोनीपत हमारे सोनी समाज का। ये भी वापस करो।’

‘हिंदू धर्म सभी धर्मों का सम्मान करता है इसीलिए…’

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में कहा है कि हिंदू धर्म सभी धर्मों का सम्मान करता है और इसीलिए  भारत ने कभी भी इजरायल-हमास जैसे युद्ध नहीं देखे हैं। रूस-यूक्रेन, इजरायल-हमास का जिक्र करते हुए हुए मोहन भागवत ने कहा कि शिवाजी महाराज के समय का आक्रमण उसी प्रकार का था लेकिन हमने इस मुद्दे पर कभी किसी से लड़ाई नहीं लड़ी. इसीलिए हम हिंदू हैं।