निदास ट्रॉफी 2018 के फाइनल मैच में भारत के हाथों बांग्‍लादेश की टीम हार गई। कप्‍तान शाकिब अल हसन ने मैच के बाद प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा क‍ि वह अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश है। उन्‍होंने कहा कि फाइनल में टीम ने जिस तरह से गेंदबाजी और फील्डिंग की, उन्‍हें उसपर गर्व है। टॉस जीतकर भारत ने बांग्‍लादेश को पहले बल्‍लेबाजी का न्‍योता दिया था। 20 ओवरों में 167 रनों के लक्ष्‍य का पीछा करने उतरे भारत ने पारी के अंतिम ओवरों में दिनेश कार्तिक (29 रन, 8 गेंद, 2 चौके, 3 छक्के) की विस्‍फोटक पारी के दम पर मैच जीत लिया। आखिरी गेंद पर भारत को 5 रन चाहिए थे।

शाकिब ने गेंदबाज सौम्‍य सरकार को पूरा समय लेकर गेंद डालने की छूट दी, मगर ऑफ स्‍टंप से बाहर गिरी गेंद को कार्तिक ने बड़े आराम से कवर्स के ऊपर से छक्‍के के लिए खेल दिया। शाकिब ने मैच के बाद कहा भी, “मैंने सरकार से कुछ खास नहीं कहा था। गेंदबाज को ज्यादा समझाना सही नहीं है। मैंने केवल आराम से समय लेने के लिए कहा। कभी-कभी आप गेंद फेंकने के दौरान लय खो बैठते हैं और उससे नुकसान होता है। उन्होंने तीन ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की।”

शाकिब ने दिनेश कार्तिक की भूमिका पर कहा, ”हम सोच रहे थे कि रुबेल हमारा बेस्‍ट गेंदबाज था। पहले तीन ओवर में उसने 12-13 रन दिए। मुझे उसपर विश्‍वास करना ही था। मुझे लगा था कि अगर वो खराब गेंदबाजी भी करेगा तो 12-13 रन ही देगा और हमारे पास आखिरी ओवर में 20 रन का दांव होगा। यही प्‍लान था मगर दिनेश कार्तिक ने जिस तरह की बल्‍लेबाजी की, उसका श्रेय उन्‍हें मिलना ही चाहिए।

उन्‍होंने कहा, ”किसी तेज लो फुल-टॉस गेंद को इस तरह से हिट करना आसान नहीं है। उसने (कार्तिक) 8 गेंदें खेली और 5-6 बाउंड्रीज मारीं। यह कमाल की हिटिंग थी।” शाकिब ने कहा, “मैं इस हार के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता। हमारे दो ओवर बहुत बुरे थे। मैं किसी को दोष नहीं दे सकता। मुझे टीम की गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण पर गर्व है।”

भारतीय कप्‍तान रोहित शर्मा ने भी कार्तिक की तारीफ की। उन्‍होंने कहा, ”मैं जानता हूं कि कार्तिक अनुभवी खिलाड़ी हैं। वो काफी अच्‍छे शॉट्स खेलते हैं। ऐसे में वो हमारे लिए मैच फिनिश करने के सबसे अच्‍छे कैंडिडेट थे।”