अपना दल (एस) की नेता व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगी हुई हैं। बीजेपी के साथ चुनाव लड़ रहीं अनुप्रिया पटेल अपनी पार्टी का पक्ष रखने के लिए कई टीवी चैनल को इंटरव्यू दे रही हैं। हाल में ही दिए गए एक साक्षात्कार में उनसे एंकर ने मथुरा में कृष्ण मंदिर बनाए जाने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव का नाम लेकर जवाब दिया।

दरअसल अनुप्रिया पटेल इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में मौजूद थीं। जहां उनसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कई सवाल पूछे गए। एंकर मीनाक्षी जोशी ने उनसे सवाल किया कि राजनीति में धर्म को विमर्श के केंद्र में रखा जाना चाहिए? इस सवाल पर अनुप्रिया ने कहा कि यह धर्म का विषय है लेकिन अपना दल धर्म की राजनीति नहीं करता है। यह दूसरी पार्टियों का विषय है कि वह किस पर राजनीति करना चाहती हैं।

बीजेपी हिंदू और हिंदुत्व को आधार बनाकर अपनी राजनीति को बढ़ा रही है? : अनुप्रिया ने इस सवाल पर कहा कि वह एक स्वतंत्र राजनीतिक दल है, उनकी वैचारिक पृष्ठभूमि है। हम उनके वैचारिक विषय पर हस्तक्षेप नहीं करते हैं। बीजेपी की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि अपने एक कॉमन एजेंडे पर काम करने के लिए साथ आए हैं।

मथुरा में कृष्ण मंदिर बनना चाहिए? : इसके जवाब में अनुप्रिया ने कहा कि हमने पहले ही साफ किया है कि अपना धर्म धर्म की राजनीति नहीं करता। हमारे देश का कोई धर्म नहीं है… सब अपने धर्म को फॉलो करने के लिए पूर्णता स्वतंत्र हैं। इस दौरान एंकर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के एक बयान का जिक्र कर सवाल पूछा। जिसमें उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को अनुपयोगी बताया था।

अनुप्रिया पटेल ने एंकर के इस सवाल पर अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि इस देश के लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। हम चुनाव में फेल और पास दोनों हो सकते हैं.. जैसे अखिलेश जी 2017 के चुनाव में हुए थे। यह तो चुनावी दंगल है इसमें कोई भी आगे निकल सकता है। अपना दल और बीजेपी तो 2017 के चुनाव में पास हो गई थी। जानकारी के लिए बता दें कि अनुप्रिया पटेल 2017 विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के साथ गठबंधन किया था।