क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे ऊंचा होटल कौन सा है, जिसमें आज तक एक भी मेहमान नहीं रुका? शायद नहीं जानते होंगे। आज हम ‘Hotel of Doom’ के बारे में बतायेंगे जिसका नाम सबसे ऊंचे खाली होटल के तौर पर दर्ज है लेकिन उसमें आज तक एक भी मेहमान नहीं रुका है। यह होटल नार्थ कोरिया में है।
105 मंजिला का होटल आज तक नहीं हो पाया तैयार
‘होटल ऑफ डूम’ रयुगयोंग होटल पिरामिड के आकार की 105 मंजिला इमारत है, जो दुनिया की सबसे ऊंची खाली इमारत भी है। इसका निर्माण शुरू होने के 30 साल बाद इसका अनावरण किया गया था, लेकिन फिर भी यह होटल शुरू ही नहीं हो पाया। खबरों के अनुसार, इस होटल का निर्माण 1987 में शुरू हुआ था, लेकिन 1992 में आर्थिक संकट के बाद इसे रोक दिया गया था।
साल 2012 में हुई थी खोलने की कोशिश
साल 2012 में इसे खोलने की योजना बनाई गई थी लेकिन यह होटल नहीं खुल पाया। प्योंगयांग में स्थित होटल को अभी तक खोला नहीं जा सका। 105 मंजिला पिरामिड के आकार के रयुगयोंग होटल के निर्माण के समय आसपास के लोगों को दूर रखने के लिए बनाई गई दीवारों को तब गिरा दिया गया जब उत्तर ने कोरियाई युद्ध युद्धविराम की वर्षगांठ के अवसर पर इमारत की ओर जाने वाले दो नए रास्ते खोले गये थे।
इस होटल को सामने से देखने पर एक बोर्ड दिखता है, जिस पर लिखा हुआ है कि “रॉकेट्स में अग्रणी शक्ति”। इसका मतलब यह है कि उत्तर कोरिया एक अग्रणी रॉकेट शक्ति है। यह होटल आज तक एक भी अतिथि का मेजबानी नहीं कर सका है, लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय आकर्षण का विषय जरूर बना हुआ है।
उत्तर कोरिया में संचालित कोरियो टूर्स के महाप्रबंधक साइमन कॉकरेल उन लोगों में से एक हैं जिन्होंने इस होटल को अन्दर से देखा है। हालांकि उन्हें भी होटल के अन्दर से वीडियो बनाने की अनुमति नहीं मिली थी। उन्होंने कहा कि इस इमारत के पूरा ना होने के पीछे सिर्फ पैसे की कमी है। मिली जानकारी के अनुसार, इस होटल के निर्माण में 55 अरब रुपये खर्च हो चुके हैं।