लखीमपुर खीरी कांड की सुनवाई के दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) पर सख्त टिप्पणी की। हाईकोर्ट की ओर से कहा गया कि अगर केंद्रीय मंत्री ने धमकी वाला कथित बयान न दिया होता तो यह घटना नहीं होती। इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि उच्च राजनीतिक पदों पर बैठे लोगों को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए। कोर्ट की टिप्पणी पर राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Choudhary) के पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर तंज कसा है।
जयंत चौधरी ने कमेंट किया कि मोदी जी के प्रिय मंत्री जी की सरकार में बने रहने की क्वालिफिकेशन और मजबूत हो गई आज तो..। इस मामले पर आम सोशल मीडिया यूजर्स भी अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि इतने गंभीर आरोपों के बाद भी बीजेपी अजय मिश्र टेनी को मंत्रिमंडल से बाहर नहीं कर रही है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं : @Aman_Kaur45 नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि यह समय अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे का है। निर्मल यादव नाम के टि्वटर यूजर पूछते हैं – कोर्ट सिर्फ टिप्पणी करता है, दंडित क्यों नहीं करता? @ibadulHaque1 नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया, ‘ भैया मतलब मंत्री जी ने ललकारा और पुत्र जी ने पूरा कर दिया, ललकार ने वाला ही प्रथम दोषी करार दिया जाना चाहिए।’
साजिद अली ने पूछा कि अब क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करेंगे? इश्तिहार अली लिखते हैं – ओह माय गॉड मैं उनसे पूछूंगा, ऐसे कैसे हुआ? प्रियांशु नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया, ‘ आदरणीय नरेंद्र मोदी जी अपने गृह राज्य मंत्री से इस्तीफा कब मांग रहे हो? अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा ही किसानों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’ विनोद कुमार पूछते हैं – योगी का बुलडोजर कब चलेगा?
अमरीश कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि हाई कोर्ट द्वारा लखीमपुर खीरी घटना के लिए अजय मिश्र टेनी को जिम्मेदार मानने वाली टिप्पणी के बाद भी क्या आपके मंत्रिमंडल में सुशोभित होते रहेंगे नरेंद्र मोदी जी? जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में किसान आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की घटना हुई थी। इस घटना में केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा पर हत्या समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।