8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे हुए। ठीक एक साल पहले 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए ऐलान किया था कि आज रात बारह बजे से 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट चलन से बंद हो जाएंगे। पीएम मोदी के इस फैसले को बीजेपी ने जहां कालेधन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई बताया वहीं कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इसे गरीबों और छोटे व्यापारियों के साथ अन्याय करार दिया। नोटबंदी के अक साल पूरे होने पर भी इस पर विवाद जारी रहा। कांग्रेस ने इस दिन को काला दिवस घोषित किया तो वहीं बीजेपी ने इसे एंटी ब्लैकमनी डे के तौर पर मनाया। इस मौके पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एक ट्वीट कर नोटबंदी पर हमला बोला। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा- अर्थव्यवस्था की बदहाली, कारोबार-उद्योग की बर्बादी व देशव्यापी बेरोज़गारी में नोटबंदी का जश्न दुखद है। ये नोटबंदी का एक बरस नहीं बरसी है।
अर्थव्यवस्था की बदहाली, कारोबार-उद्योग की बर्बादी व देशव्यापी बेरोज़गारी में नोटबंदी का जश्न दुखद है. ये नोटबंदी का एक बरस नहीं बरसी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 7, 2017
अखिलेश यादव ने 7 नवंबर को रात 8 बजे ये ट्वीट किया। गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने 8 नवंबर को सुबह 10:30 बजे ठीक इसी तरह का ट्वीट किया, बिना एक भी पाई-मात्रा के अंतर के।
https://twitter.com/HardikPatel_/status/928125504976121856
सोशल मीडिया पर इन दोनों युवा नेताओं द्वारा एक जैसा ट्वीट करने को लेकर बहस चल रही है। हालांकि अखिलेश यादव ने पहले ट्वीट किया, इसलिए साफ है कि हार्दिक ने अखिलेश का ट्वीट कॉपी किया है। कुछ यूज़र्स ने भी इस बात को पकड़ा और हार्दिक को ट्रोल करने लगे।
ओह्ह तेरे की!!! ये सब तो ट्वीट चोर निकले!! जब गुरु लोग ही ऐसे होंगे तो इनके चेले भी स्वभाविक इनके जैसे ही होंगे न???
और कांग्रेस की B टीम के उस्ताद तुम्हारी बरसी नही सीधा पिंडदान ही18 दिसम्बर को हो न जाये तो मेरा नाम बदल देना। pic.twitter.com/btum0lIO3r— Yogen Bhawsar ?? (@yogen198) November 8, 2017