गुजरात राज्य सरकार सड़क परिवहन निगम बस के ड्राइवर हार्ट अटैक से मौत हो गई। बस चलाते वक्त ड्राइवर को सीने में तेज दर्द हुआ था लेकिन उसने बस रोकने के बजाय यात्रियों को अपनी जगह तक पहुंचाया। अपनी जगह पर पहुंचने के बाद बस ड्राइवर को डॉक्टर के पास ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बस ड्राइवर को आया हार्ट अटैक

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ड्राइवर भारमल अहीर बस लेकर रविवार रात करीब 8.30 बजे बस से सोमनाथ से रवाना हुआ और सोमवार सुबह करीब 7.05 बजे राधनपुर पहुंचा। सोमवार को यात्रिओं को बस रोकर चाय पानी कराया गया और फिर बस आगे बढ़ने लगी। कंडक्टर दिनेश देसाई ने बताया कि भारमल अहीर ने कुछ देर बात ही कहा कि उसके सीने में दर्द हो रहा है। दर्द के बाद वह बस चलाता रहा।

दर्द के बाद भी चलाता रहा बस

कंडक्टर दिनेश देसाई ने बताया कि वह दर्द के बावजूद बस इसलिए चलाता रहा क्योंकि वह यात्रिओं को समय पर उनकी जगह तक पहुंचाना चाहता था। बताया कि जब बस डिपो पर आकर खड़ी हुई तो ड्राइवर ने कहा कि उसे अस्पताल ले जाने की जरूरत है, नहीं तो वह मर जाएगा। दिनेश देसाई ने यह भी कहा कि अगर दर्द होने के बाद वह 15 किलोमीटर बस चलाने के बजाय डॉक्टर के पास चला जाता तो उसकी जान बच सकती थी।

बस पहुंचते ही हो गई मौत

जब बस राधनपुर डिपो पहुंची तो कंडक्टर ने कंट्रोलर को फोन कर जानकारी दी कि भारमल अहीर की तबीयत ठीक नहीं है। उस समय तक भारमल अहीर की हालत काफी बिगड़ चुकी थी, वह जमीन पर गिर पड़ा था। जिसके बाद डिपो के कर्मचारी उसे तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। दूसरे अस्पताल लेकर जाने में भी बहुत वक़्त ख़राब हो गया।

जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी के लिए बता दें कि इन दिनों हार्ट अटैक को लेकर कई तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। बता दें कि कुछ महीने एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। जिसमें बस चला रहा एक ड्राइवर को अटैक आ गया था,जैसे ही वो अचेत होता है, वैसे ही पास बैठा 13 साल का बच्चा दौड़कर स्टीयरिंग व्हील के पास आता है और खुद बस को चलाने लगा था। इससे एक बड़ा हादसा टल गया था।