Google Doodle Mrinalini Sarabhai: विश्व के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने शुक्रवार (11 मई, 2018) को डूडल बनाकर भारत की मशहूर क्लासिकल डांसर, कोरियोग्राफर और शिक्षक मृणालिनी विक्रम साराभाई को श्रद्धांजलि दी है। दुनिया भर में विख्यात रहीं साराभाई ने बचपन से ही डांसर बनने की ड्रेनिंग लेना शुरू कर दी दी थी। उन्होंने साउथ इंडियन डांस के अलावा भरतनाट्यम, क्लासिकल डांस ड्रामा कथकली भी सीखा। साराभाई ने डांस में अपनी तकनीक, ताकत और भावना को तेजी से विकसित के बाद कोरियोग्राफी और शिक्षण में करियर बनाया। हर भारतीय के लिए गर्व करने बात है कि उन्होंने तीन सौ से अधिक नृत्य नाटकों को कोरियोग्राफ किया। देश की इस महान हस्ती का जन्म 11 मई 1918 को आज ही के दिन केरल में हुआ। उन्होंने डांस की हर विधा में पूर्ण तरह प्रशिक्षण हासिल करने बाद केरल में ही अपने पति मशहूर वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के साथ दर्पण अकादमी की साल 1949 में स्थापना की।
अहमदाबाद में उनके संस्थान को डांस की विभिन्न विधा जैसे- ड्रामा, डांस, कठपुतली-थियेटर और संगीत सिखाने में सबसे अग्रणी संस्थान माना जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक साराभाई ने अपने जीवन में 18,000 से ज्यादा छात्रों को भरतनाट्यम और कथकली सिखाया। दोनों भारतीय के क्लासिकल डांस की अलग-अलग विधाएं हैं। मृणालिनी विक्रम साराभाई की बेटी मल्लिका साराभाई ने भी कुचीपुड़ी और भारतनाट्यम की मशहूर नृत्यांगना हैं। इन्होंने भी मां की तरह की लेखन, अभिनय और प्रकाशन के भी क्षेत्र में बड़ा नाम कमाया। साराभाई को पद्म भूषण के अलावा संगीत नाटक अकादमी के पुरस्कार क्रेटिव डांस/कोरियोग्राफी से सम्मानित किया गया है। उन्होंने स्टोरी ऑफ इंडिया, द वोइस ऑफ हार्ड और खुद की आत्मकथा के अलावा बहुत सी किताबें लिखी हैं।
बता दें कि गूगल ने साराभाई का जो डूडल बनाया है उसमें वह स्टेज पर दो छात्राओं को डांस की विभिन्न कलाएं सिखाती हुई नजर आ रही हैं। चित्र के ही एक अन्य हिस्से में साराभाई छाता लिए नजर आ रही है। गौरतलब है कि भारत की महान हस्ती मृणालिनी विक्रम साराभाई का 97 वर्ष की उम्र में 11 जनवरी, 2016 को अहमदाबाद के एक हॉस्पिटल में निधन हो गया था। दुनिया से उनके जाने को नृत्य के क्षेत्र में बड़ी क्षति माना जाता है।

