Google Trends: पंजाब इन दिनों सतर्क है, सहमा हुआ है, लेकिन डटा हुआ भी है। पाकिस्तान सीमा से सटे इलाकों में बढ़ी ड्रोन और मिसाइल गतिविधियों के बाद राज्य के पांच सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा एजेंसियों ने मोर्चा संभाल लिया है। एहतियात के तौर पर मंगलवार को अमृतसर, पठानकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर और तरनतारन जिलों में स्कूल बंद रखे गए। वहीं, अमृतसर और होशियारपुर के दसुआ व मुकेरियां में सोमवार रात ‘ब्लैकआउट’ किया गया ताकि किसी भी संभावित हमले की स्थिति में नुकसान को कम किया जा सके।

Google Trends: सोमवार की रात एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया था

स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अमृतसर में रात करीब 11:42 बजे तक बिजली की आपूर्ति बाधित रही। इसी दौरान अमृतसर एयरपोर्ट को भी बंद कर दिया गया, जिससे इंडिगो की एक फ्लाइट को वापस दिल्ली लौटना पड़ा। हालांकि, जिला प्रशासन ने मंगलवार सुबह हालात सामान्य होने की घोषणा की और लोगों से अपील की कि वे अपने रोजमर्रा के कामकाज दोबारा शुरू कर सकते हैं। फिर भी सुरक्षा के लिहाज से कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद रहे, हालांकि ऑनलाइन कक्षाओं की छूट दी गई।

ड्रोन की आशंका अभी टली नहीं है। सोमवार शाम जालंधर के मंड गांव में एक संदिग्ध ड्रोन को मार गिराया गया। इसके बाद इलाके में बिजली काट दी गई और स्थानीय प्रशासन ने लोगों को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यदि किसी उड़ती वस्तु का मलबा दिखे तो वे न छुएं और तुरंत पुलिस को सूचित करें। डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और सेना पूरी तरह अलर्ट है।

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पंजाब पाकिस्तान के साथ 553 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है, जो कि हमेशा से संवेदनशील रही है। बीते चार दिनों में सीमा पार से आए ड्रोन और मिसाइलों ने चिंता बढ़ा दी थी। हालांकि, शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल प्रभाव से सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी, लेकिन जमीनी हालात अभी भी पूरी तरह सामान्य नहीं हैं।

फिलहाल पंजाब में लोग सतर्क हैं, लेकिन दहशत के बीच सामान्य जीवन लौटाने की कोशिश भी जारी है। बाजार खुल रहे हैं, लोग काम पर लौट रहे हैं, लेकिन आसमान की ओर बार-बार उठती निगाहें इस बात की गवाही देती हैं कि खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है।