लखनऊ के जानकीपुरम एक्सटेंशन क्षेत्र में एक बिल्डिंग में सात साल की एक बच्ची लिफ्ट में फंस गई। बच्ची चिल्लाकर मदद मांगती रही। इमारत की लिफ्ट में करीब 20 मिनट तक फंसी रही। लिफ्ट फंसने से डरी बच्ची निकलने और मदद के लिए चिल्लाती रही, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की बिल्डिंग में11वीं मंजिल के बी-ब्लॉक पर परिवार के साथ 7 वर्षीय बच्ची ध्वनि अवस्थी रहती है, वह घर जाने के लिए लिफ्ट में गई। उसने बताया कि “मैंने लिफ्ट का बटन दबाया लेकिन इससे पहले कि मैं उतर पाती, वह फिर से बंद हो गई और फिर से ऊपर की ओर जाने लगी। मैं कुछ समझ पाती तब तक लिफ्ट 20वीं मंजिल पर पहुंच गई थी और फंस गई।’

लिफ्ट में चिल्लाकर मदद मांगती रही बच्ची

वीडियो में हरे रंग की टी-शर्ट पहनी सात वर्षीय बच्ची को मदद के लिए रोते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में बच्ची लिफ्ट को खोलने का प्रयास करते दिखाई दे रही हैं। वह चिल्लाकर अपने भाई और माता-पिता को मदद के लिए बुलाते हुए भी सुनी जा सकती है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के अधिकारियों ने इसे ‘तकनीकी खराबी’ बताते हुए जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया और सारा दोष लिफ्ट रखरखाव एजेंसी और बिजली विभाग पर डाल दिया।

बिजली कटने से अटकी थी लिफ्ट?

वहीं ध्वनी के एक पड़ोसी ने बताया कि अक्सर बिजली की आपूर्ति बाधित होने से लिफ्ट फंस जाती है, हो सकता है कि ऐसा ही हुआ हो। हालांकि बच्ची बेहद डरी हुई है और वह अभी भी सदमे में है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि लाइट कटने की स्थिति में लिफ्ट नजदीकी मंजिल पर रुक जाती है, हो सकता है कि तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट 20वीं मंजिल पर चली गई हो।

सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। @barningtweets ने लिखा, ‘लिफ्ट में लिफ्टमैन का होना बहुत जरूरी है और ऐसा अनिवार्य होना चाहिए और रेज़ीडेंट्स की लिफ्ट इस्तेमाल करने के लिए न्यूनतम प्रशिक्षण जरूरी है। छोटे बच्चों का लिफ्ट में अकेले भेजना माता-पिता की लापरवाही है।’ रिजवान ने लिखा, ‘अगर लिफ्टमैन नहीं है तो लिफ्ट को बंद कर देना चाहिए। सरकार को इस दिशा में नए कानून बनाने चाहिए।’