समाजवादी पार्टी (SP) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के बाद उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri Lok Sabha Seat) पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी ने सपा के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को टिकट दिया है। इसको लेकर बीजेपी (BJP) ने कई तरह के सवाल उठाए हैं। इसी विषय पर हो रही टीवी डिबेट (TV Debate) के दौरान बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया (Anurag Bhadauria) में तीखी बहस हो गई।

गौरव भाटिया ने सपा नेता पर ली चुटकी

गौरव भाटिया ने यूपी चुनाव 2022 (UP Chunav 2022) के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि सपा नेता को चवनप्राश खिलाने की जरूरत है क्योंकि इनकी याददाश्त कमजोर है। जिसके बाद उन्होंने अखिलेश यादव द्वारा यूपी चुनाव में 300 से अधिक सीटें लाने के दावे पर तंज कसते हुए कहा, ‘ये कहते थे कि 300 से कम नहीं, वरना हम में दम नहीं। जिसके बाद इनके पास केवल 100 सीट आई।’ इस बीच भदौरिया बोलने लगे तो गौरव भाटिया ने तंज कसते हुए कहा कि इन्हें चुप कराइए, नहीं तो एंबुलेंस भुलानी पड़ेगी।

सपा के परिवारवाद पर गौरव भाटिया ने बोला हमला

गौरव भाटिया ने सपा के परिवारवाद को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग परिवारवाद की वजह से ही उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव हार गए। जिसके बाद अनुराग भदौरिया चिल्लाते हुए कहने लगे कि केवल हार-जीत पर बात कर रहे हैं। गौरव भाटिया ने कहा, ‘ मेरे पास ट्वीट आ रहे हैं कि यह बीमार लग रहे हैं। इनके लिए एंबुलेंस बुलाइए।’

अनुराग भदौरिया ने किया पलटवार

इस दौरान अनुराग भदौरिया ने गौरव भाटिया पर पलटवार कर कहा कि यह बेरोजगारी और यूपी में बढ़ रहे क्राइम पर बात नहीं करते हैं। यूपी में तो इस कदर कानून व्यवस्था गड़बड़ हो गई है कि पुलिस वाले खुद अपनी जान बचाते भाग रहे हैं। अनुराग भदौरिया लगातार बोले जा रहे थे। जिस पर आपत्ति लेते हुए एंकर नाविका कुमार ने कहा कि अगर अब इस तरह बोलते रहेंगे तो किसी को भी कुछ समझ में आने वाला नहीं है।

लोगों के रिएक्शन

टीवी डिबेट के वीडियो पर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने भाजपा पर निशाना साधा है तो वहीं कुछ लोगों ने सपा पर कटाक्ष किया। अरविंद शुक्ला नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि बीजेपी नेता अपने परिवारवाद पर कुछ नहीं बोलते हैं, इन्हें केवल दूसरों के परिवार दिखाई देते हैं। रविंद्र जैन नाम के एक यूजर ने लिखा – गंभीर विषय पर चर्चा के बजाय इस तरह की मौज मस्ती बिल्कुल भी सही नहीं है। शुभम त्रिपाठी नाम के एक टि्वटर हैंडल दोबारा कमेंट किया गया, ‘ बार – बार हार जाने के बाद भी सपा परिवारवाद से दूर क्यों नहीं हो पा रही है।’