बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के इस्तीफे और उनके देश छोड़ने के बाद दंगाइयों ने उनके सरकारी घर पर धावा बोल दिया। वे पागलों की तरह उनके घर में तोड़फोड़ कर रहे हैं और जश्न मना रहे हैं। इस घटना के वायरल वीडियो को देखकर लोग हैरानी जता रहे हैं।
असल में हजारों प्रदर्शनकारी राजधानी ढाका के शेख हसीना के सरकारी आवास में घुस आए। उन्होंने घर में तोड़फोड़ और आगजनी की। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इतना ही नहीं दंगाइयों ने शेख हसीना के पिता मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को हथौड़ों से तोड़ दिया और उनकी पार्टी कार्यालयों में आग लगा दी।
प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के रूप में हसीना के जाने का जश्न मना रहे थे। वीडियो में देखा जा सकता है कि दंगाई जूते पहनकर बेड पर लेटे हुए हैं और चिल्ला रहे हैं। वे हसीना के पीएम पद छीने जाने से खुश हैं, वे घर में तोड़फोड़ कर जश्न मना रहे हैं मानो जैसे उन्हें क्या मिल गया हो।
बता दें कि हसीना (76) ने उनकी सरकार के खिलाफ हो रहे व्यापक प्रदर्शन के बीच इस्तीफा दे दिया। पिछले महीने शुरू हुए ये विरोध प्रदर्शन 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में लड़ने वालों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग के साथ शुर हुए थे, जो बाद में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में बदल गए। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां द्वारा प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की घोषणा के बाद, देश भर में उत्साही भीड़ अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आई।
वीडियो फुटेज में प्रदर्शनकारियों को राजधानी ढाका में हसीना के आधिकारिक आवास ‘गणभवन’ में तोड़फोड़ और लूटपाट करते हुए दिखाया गया है। वे गणभवन परिसर में हाथ हिलाकर जश्न मनाते देखे गए। उनमें से कई लोग गणभवन का सामान लेकर जाते भी नजर आए।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में प्रदर्शनकारी ढाका में हसीना के पिता एवं 1971 के मुक्ति संग्राम के नायक शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा पर चढ़ते और हथौड़ों से उसे तोड़ते हुए नजर आए। धानमंडी और ढाका में हसीना की पार्टी अवामी लीग के कार्यालय को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया और सरकार विरोधी नारे लगाए।
दिन की शुरुआत में सड़कों पर शांति थी, लेकिन हालात उस समय हिंसक हो गए, जब सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थक सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सड़कों पर उतर आए, जो कर्फ्यू का उल्लंघन कर ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ के लिए एकत्र हुए थे। इस वायरल वीडियो को देखकर यूजर्स को गुस्सा आ रहा है, वे तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं… वैसे इस पर आपकी क्या राय है।