Dr. Manmohan Singh Resume Viral: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। पूरे देश में शोक की लहर है, लोग भावुक होकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के पोस्ट कर रहे हैं। दुनिया भर के नेता उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसी बीच कई यूजर्स ने इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पर उनका कथित रिज्यूमे शेयर किया है, जो देखते ही देखते वायरल हो गया है।
लोग एक-दूसरे को एक बार मनमोहन सिंह का रिज्यूमे पढ़ने की सलाह दे रहे हैं, लोगों का कहना है कि इतना प्रभावशाली रिज्यूमे शायद ही किसी ने देखा होगा। हालांकि जनसत्ता इस वायरल रिज्यूमे के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कथित रिज्यूमे को एक्टर वीर दास ने भी अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है और अपने फैंस को मनमोहन सिंह का बायोडाटा पढ़ने की सलाह दी है। वीर ने एक भावुक पोस्ट कर पूर्व पीएम के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
डॉ. मनमोहन सिंह का बायोडाटा एक बार जरूर पढ़ें-
इंस्टाग्राम पर वीर ने लिखा है कि अपने आप पर एक एहसान करें और गूगल पर डॉ. मनमोहन सिंह का बायोडाटा खोजकर पढ़ें। उनकी एजुकेशन और उपलब्धि देखने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे। ऑनलाइन आठ पेज का जो रिज्यूमे वायरल हो रहा है वह मनमोहन सिंह की शानदार एजुकेशन पर प्रकाश डालता है, जिसमें ऑक्सफोर्ड से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि और आर्थिक योगदान भी शामिल हैं।
एजुकेशन-
1952: पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से एमए (अर्थशास्त्र) में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
1954: सेंट जॉन्स कॉलेज, कैम्ब्रिज में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राइट्स पुरस्कार प्राप्त किया।
1955 और 1957: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के व्रेन्सबरी स्कॉलर रहे।
1957: डीफिल (ऑक्सफोर्ड), डीलिट (ऑनरिस कॉज़ा); भारत की निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता पर पीएचडी थीसिस।
कार्य अनुभव-पद
1971-72: विदेश व्यापार मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार।
1972-76: वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार।
1976-80: भारतीय रिजर्व बैंक के निदेशक; भारतीय औद्योगिक विकास बैंक के निदेशक।
एशियाई विकास बैंक के गवर्नर्स बोर्ड में भारत के लिए वैकल्पिक गवर्नर।
आईबीआरडी के गवर्नर्स बोर्ड में भारत के लिए वैकल्पिक गवर्नर।
नवंबर 1976-अप्रैल 1980: वित्त मंत्रालय (आर्थिक मामलों का विभाग) के सचिव।
परमाणु ऊर्जा आयोग के सदस्य: अंतरिक्ष आयोग में वित्त सदस्य।
अप्रैल 1980-सितंबर 15, 1982: योजना आयोग के सदस्य-सचिव।
1980-83: भारत-जापान संयुक्त अध्ययन समिति की भारत समिति के अध्यक्ष।
सितंबर 16, 1982-जनवरी 14, 1985: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर।
1982-85: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के गवर्नर्स बोर्ड में भारत के लिए वैकल्पिक गवर्नर।
1983-84: प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य।
1985: भारतीय आर्थिक संघ के अध्यक्ष।
जनवरी 15, 1985-जुलाई 31, 1987: योजना आयोग के उपाध्यक्ष।
अगस्त 1, 1987-नवंबर 10, 1990: दक्षिण आयोग, जिनेवा के महासचिव और आयुक्त।
दिसंबर 10, 1990-मार्च 14, 1991: आर्थिक मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार।
मार्च 15, 1991-जून 20, 1991: यूजीसी के अध्यक्ष।
जून 21, 1991-मई 15, 1996: केंद्रीय वित्त मंत्री।
अक्टूबर 1991: कांग्रेस के टिकट पर असम से राज्यसभा के लिए निर्वाचित।
जून 1995: राज्यसभा के लिए पुनर्निर्वाचित।
1996 के बाद से: वित्त मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य।
अगस्त 1, 1996-दिसंबर 4, 1997: वाणिज्य संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष।
मार्च 21, 1998 के बाद से: राज्यसभा में विपक्ष के नेता।
जून 5, 1998 के बाद से: वित्त समिति के सदस्य।
अगस्त 13, 1998 के बाद से: नियम समिति के सदस्य।
अगस्त 1999-2001: विशेषाधिकार समिति के सदस्य 2000 के बाद से: भारतीय संसदीय समूह की कार्यकारी समिति के सदस्य।
जून 2001: राज्यसभा के लिए पुनर्निर्वाचित।
2004-2014: भारत के प्रधानमंत्री
2024: राज्यसभा से सेवानिवृत्त