भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) अपने तीखे तेवर के लिए जाने जाते हैं। वे भाजपा में रहकर भी भाजपा के खिलाफ कमेंट करने से खुद को रोक नहीं पाते हैं। कई बार उनके बयान ऐसे रहते हैं, जैसे वे विपक्ष के नेता हों। मंगलवार को ट्विटर के पूर्व मुखिया जैक डोरसी (Jack Dorsey) के भारत सरकार के खिलाफ दिए बयान पर हंगामे के बाद उन्होंने एक ट्वीट करके सरकार पर ही तंज कसा।
उन्होंने कहा, “मैं ट्विटर के पूर्व डोरसी को नहीं जानता, लेकिन मुझे पता है कि पीएमओ के संयुक्त सचिव मोदी चीफ मोरोन हिरेन जोशी नियमित रूप से मीडियाकर्मियों को फोन करते थे और उनसे सवाल करते हैं कि वे मेरे सार्वजनिक कार्यक्रमों को कवर क्यों कर रहे हैं? फिर उनसे ऐसा करना बंद करने को कहते रहते हैं। चीफ मोरोन ने मुझे बदनाम करने के लिए बीजेपी आईटी सेल में पोर्न विशेषज्ञ बिठाए हुए हैं।”
जैक डोरसी के बयान के बहाने मोदी सरकार पर कसा तंज
ट्विटर के पूर्व मुखिया जैक डोरसी ने जैक डॉर्सी ने एक यूट्यूब चैनल Breaking Points के साथ अपने इंटरव्यू में कहा था कि भारत में किसान आंदोलन के दौरान ट्विटर को देश में सरकारी दबाव, कंपनी को बंद किए जाने और उसके कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी की धमकियों का सामना करना पड़ा था। इस बयान पर कई दलों की तरफ से सरकार के खिलाफ बयानबाजी शुरू हो गयी थी। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार पर लोकतंत्र खत्म करने का आरोप लगाया।
इससे पहले उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा के दावे पर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था से जुड़े सारे आंकड़ों को बारीकी से देख चुके हैं। देश के विकास और चमकने दमकने की बातें महज एक छलावा हैं।
स्वामी ने कहा कि वे जल्द ही सारा डाटा पेश करने जा रहे हैं, जिसमें वो इससे जुड़ी हकीकत को बयां करेंगे। उनका कहना है कि इस बात में कोई दो राय नहीं कि जीडीपी की ग्रोथ रेट में से कोरोना काल में से हुई रिकवरी को घटा दिया जाए तो ये 4 फीसदी से भी कम है। स्वामी का कहना है कि नेहरू युग में जीडीपी की दर 4 फीसदी रही थी। फिलहाल आंकड़े कहते हैं कि डीजीपी ग्रोथ उस दौर से भी कम है।