एक टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस के पूर्व नेता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस नेतृत्व पर जोरदार हमला किया। पूनावाला ने पूछा कि विजय माल्या को लोन किसने दिया? प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लोन के लिए खत कौन लिखता था? नीरव मोदी राहुल गांधी के साथ कॉकलेट की पार्टी कैसे करता था। दरअसल रविवार (29 जुलाई) को लखनऊ में उद्योगपतियों की एक बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हिन्दुस्तान को बनाने में उद्योगपतियों की भी अहम  भूमिका है अत: उन्हें चोर, लुटेरा कहना या अपमानित करना पूर्णतया गलत है।

इसी मुद्दे पर अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ में जोरदार बहस हुई। कांग्रेस का पक्ष रखते हुए तहसीन पूनावाला पीएम पर हमला किया औऱ कहा कि वे नीरव मोदी जैसे भगोड़े के साथ तस्वीर कैसे खिचवा सकते हैं। इसके जबाव में कांग्रेस के बागी शहजाद पूनावाला ने मोर्चा संभाला। शहजाद ने कहा, “एक ऐसे व्यक्ति के साथ तस्वीर खिंचवाना जिस पर कोई आरोप हो ये पीएम की गलती है…मैं पीएम पर एक ऐसे शख्स के साथ तस्वीर खिंचवाने का भी आरोप लगाता हूं जो कि अपनी मां के साथ जमानत पर है…उनका नाम है श्री राहुल गांधी।” शहजाद ने आगे कहा, “इन लोगों को देखिए…जो बेलगाड़ी में हैं…जिन्होंने हमें फादरसन बिजनेस का मॉडल दिया है…जहां पी चिदंबरम द्वारा फाइल क्लियर करने पर कार्ति चिदंबरम ने पैसा लिया…जहां किसी ने देश के किसी कोने में जमीन हथिया लिया…।”

शहजाद ने आगे कहा, “मैं डिबेट में निजी नहीं होना चाहता हूं…इसके बाद हमारे पास विकास का मदरसन मॉडल है…जहां इन दोनों ने नेशनल हेराल्ड को राष्ट्रीय प्राथमिकता के तौर पर लूटा…ये लोग उसके बारे में बात कर रहे हैं तो 13 साल तक सीएम रहा लेकिन उसपर भ्रष्टाचार के एक आरोप भी नहीं हैं…मैं फूछता हूं…विजय माल्या को लोन किसने दिया…उसके वैकेशन कौन जा रहा था…किसको लेटर लिख रहा था…पीएम मनमोहन सिंह लोन दे दीजिए…लोन सैंक्शन हो जाता था…नीरव मोदी राहुल गांधी के साथ कॉकटेल लिया करते थे और मेरे सम्माननीय को-पैनलिस्ट इस बात को जानते हैं…और तुरंत अगले ही दिन बैंक ऑफ इलाहाबाद मेहुल चोकसी को लोन दे देता था। शहजाद पूनावाला ने कहा कि मेहुल चोकसी को कर्नाटक सरकार ने मुफ्त टिकट दिया था…इसलिए कृपया इन चीजों पर हमला मुंह ना खोलें…शहजाद ने राफेल डील पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि एयर चीफ मार्शल बी एस धनुआ ने राफेल डील को बेस्ट डील बताया था, लेकिन मेरे पैनलिस्ट उनपर भरोसा करने की बजाय राहुल गांधी पर भरोसा करते हैं।