संसद भवन को लोकतंत्र का मंदिर माना जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि संसद में हमेशा देश की समस्याओं और चुनौतियों पर गंभीर चिंतन और विचार-विमर्श ही होता है। संसद भवन में कुछ हल्के-फुल्के पल भी होते हैं। ऐसे ही पलों के तहत कुछ महिला सांसद संसद के सेंट्रल हॉल में बैठकर अपने-अपने साड़ी कलेक्शन पर चर्चा कर रहीं थी। इस चर्चा के दौरान साड़ियों की पसंद और कलेक्शन के लिहाज से 2 महिला सांसद टॉप पर रहीं और वो दोनों सांसद हैं एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी। बता दें कि सुप्रिया सुले साल 2006 में पहली बार सांसद चुनी गईँ थी। उसके बाद से अभी तक सुप्रिया सुले ने संसद में अपनी कोई भी साड़ी रिपीट नहीं की है। मतलब पिछले 12 सालों के दौरान सुप्रिया सुले संसद में हर दिन नई साड़ी में पहुंची हैं।
इस लिस्ट में भाजपा सांसद और वेटरन एक्ट्रेस हेमामालिनी का भी नाम शामिल है। गौरतलब है कि सुप्रिया सुले ने साल 2016 में अपने एक बयान में यह कहकर चर्चाओं का दौर शुरु कर दिया था कि संसद में महिला सांसद किसी गंभीर विषय पर बात करने के बजाए सिर्फ साड़ियों, फेसियल और ब्यूटी पार्लर पर ही चर्चा करती हैं। एक कॉलेज फंक्शन के दौरान सुप्रिया सुले ने ये बात कहीं थी। इस दौरान छात्रों से बात करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि लोगों को लगता है कि सांसद, संसद भवन में सिर्फ गंभीर विषयों पर ही बात करते हैं, लेकिन जब संसद में बहस उबाऊ हो जाती है तो महिला सांसद साड़ियों और ब्यूटी पार्लर पर चर्चा करना शुरु कर देती हैं।
सुप्रिया सुले के इस बयान पर कई महिला नेताओँ ने आपत्ति भी जतायी थी और उनके इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताया था। वहीं सोनिया गांधी की बात करें तो यूपीए अध्यक्षा की गिनती संसद की सबसे अच्छे परिधान पहनने वाली महिला के तौर पर होती है। इटली मूल की होने के बावजूद सोनिया गांधी ने जिस तरह से भारतीय राजनीति में आने के बाद अपने ड्रेसिंग सेंस को बदला है, उसकी काफी तारीफ होती है। सोनिया गांधी आज अपनी सास इंदिरा गांधी की तरह बेहतरीन साड़ियां पहनने के लिए जानी जाती हैं और जिस शालीनता से सोनिया गांधी इन साड़ियों को कैरी करती हैं, वह यकीनन तारीफ की हकदार हैं।