Premanand Maharaj Viral Video: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में इसी साल 22 अप्रैल को हुए एक आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिससे उनके परिवार और आस-पड़ोस के लोग गहरे शोक में डूब गए। शोक मनाने वालों में संजय द्विवेदी भी शामिल थे, जो दुखद हादसे के बाद सांत्वना और मार्गदर्शन पाने के लिए कानपुर से वृंदावन आए थे। यहां प्रेमानंद महाराज से एक भावपूर्ण मुलाकात के दौरान, उन्होंने हमले में अपने बेटे शुभम द्विवेदी की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया। इस दौरान परिवार के अन्य सदस्य और शुभम की पत्नी भी वहां मौजूद थीं।

अन्य लोगों के दर्द को भी व्यक्त किया

अब महाराज जी और संजय द्विवेदी के बीच की बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में संजय महाराज जी को यह बताते दिख रहे, “मेरा बेटा बहुत आध्यात्मिक था, फिर भी उस पर ऐसी विपत्ति आई। यह बात मुझे बहुत दुख पहुंचाता है।” अपने बेटे के साथ-साथ इस घटना से प्रभावित अनगिनत अन्य लोगों के दर्द को भी व्यक्त किया।

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वीडियो में आगे दिखाया गया है कि जवाब में प्रेमानंद महाराज ने महाभारत से समानताएं बताते हुए अर्जुन और अभिमन्यु की कथा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मार्गदर्शन के बाद भी मन का अशांत रहना स्वाभाविक है, ठीक उसी तरह जैसे भगवान कृष्ण के उपदेश के बावजूद अर्जुन का मानसिक अशांत रहना स्वाभाविक है।

महाराज जी ने समझाया कि जीवन भाग्य के अनुसार आगे बढ़ता है और हर जीव का जीवनकाल पहले से ही निर्धारित होता है। उन्होंने संजय और अन्य शोकाकुल परिवारों को धैर्य रखने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें याद दिलाया कि आंतरिक शांति के लिए जीवन के स्वाभाविक क्रम को स्वीकार करना बहुत जरूरी है।

वायरल वीडियो में महाराज-जी ने दुःख पर विजय पाने के साधन के रूप में नाम जप, या ईश्वर के नाम के निरंतर जप की शक्ति पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले की खबर सुनकर वे खुद भी हिल गए थे। उन्होंने परिवारों और त्रासदी के प्रत्यक्षदर्शियों से धैर्य रखने और अत्यधिक शोक से बचने का रिक्वेस्ट किया, क्योंकि इससे डिप्रेशन हो सकता है।

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महाराज के अनुसार, ऐसे कठिन समय में फिर से शक्ति प्राप्त करने और मेंटल स्टेब्लिटी बनाए रखने के लिए आध्यात्मिक अभ्यास और ईश्वर का स्मरण बहुत महत्वपूर्ण साधन हैं। प्रेमानंद महाराज ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मेंटल हीलिंग एक क्रमिक प्रक्रिया है। नियमित भक्ति, ध्यान और नाम जप समय के साथ परेशान करने वाले विचारों को कम कर सकते हैं और इंसान की भावनात्मक स्थिति को स्थिर कर सकते हैं।

शुभम द्विवेदी कौन हैं?

गौरतलब है कि कानपुर के 31 साल के व्यवसायी शुभम द्विवेदी, जिनकी इसी साल 12 फरवरी को शादी हुई थी, की 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने उनकी पत्नी की आंखों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी। उनके साथ-साथ अन्य 26 लोगों की भी आतंकियों ने हत्या कर दी थी।