देश में इन दिनों हनुमान चालीसा और अजान को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसी बीच एनसीपी नेत्री फहमीदा हसन खान ने गृह मंत्री अमित शाह से पीएम आवास के सामने हनुमान चालीसा और नमाज पढ़ने की मांग की है। उनके बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह के सवाल पूछते नजर आ रहे हैं।
एनसीपी नेत्री ने की ऐसी मांग : फहमीदा हसन खान ने कहा कि वह हमेशा अपने घर में हनुमान चालीसा और दुर्गा पाठ करती हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर महाराष्ट्र के सीएम आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने से रवि और नवनीत राणा को फायदा हो रहा है, तो मैं भी देश को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री आवास के बाहर हनुमान चालीसा और नमाज पढ़ना चाहती हूं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं : अरुण राठौर नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट आया कि इन्हें हनुमान चालीसा पढ़ने की स्वीकृति दे देनी चाहिए। जिससे यह पता चले की पूजा-अर्चना से क्या फायदा होता है? अभिनव त्रिपाठी नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘ रोजगार के अलावा नेता हर किसी मुद्दे पर बात करने को तैयार हैं, मंदिर और मस्जिद के अलावा इनके पास कुछ भी नहीं है।’
प्रभात सिंह नाम के एक यूजर ने सवाल किया कि हिंदू धर्म में महिलाएं मंदिर में जाकर नमाज तो पड़ती है लेकिन मुस्लिम धर्म में महिलाएं मस्जिद नहीं जाती हैं। ऐसे में आप तो घर पर ही बैठ कर नमाज पढ़ें। आशा सीहोर नाम की एक यूजर लिखती हैं, ‘ क्या जरूरत है यह सब करने की? क्या हम एक दूसरे के धर्म का सम्मान नहीं कर सकते हैं। नेता ना खुद जी रहे हैं और ना जनता को जीने दे रहे हैं।’ शोभित नाम के एक यूजर ने पूछा – महिलाओं को मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत है?
धर्मेंद्र जायसवाल नाम के एक यूजर ने लिखा कि सबसे पहले हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए आपको मौलाना से इजाजत लेनी पड़ेगी नहीं तो फतवा जारी कर दिया जाएगा। करण शाह ने कमेंट किया, ‘ इसे कहते हैं कि नहले पर दहला।’ मनोज कुमार जाट नाम के युवक ने हंसने वाली इमोजी के साथ लिखते हैं कि सरकार को इसकी इजाजत दे देनी चाहिए क्योंकि इससे ही देश में खुशहाली आएगी।