Mahakumbh Doctor Baba: यागराज में 144 साल बाद लगे महाकुंभ में आए कई साधु-संत सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। IITian बाबा, एयरफोर्स बाबा, गोल्डन बाबा समेत कई अन्य बाबा इंटरनेट पर लाइमलाइट बटोर रहे हैं। इसी क्रम में डॉक्टर बाबा खूब फेमस हो रहे हैं। कारण ये कि वो दावा करते हैं कि वो बिना किसी दवा के बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज कर सकते हैं।
बड़े से बड़ा बीमारी हो जाता है ठीक
डॉक्टर बाबा के नाम से वायरल हो रहे बाबा आर्तत्राण जो मूल रूप से ओडिशा के हैं, ये दावा करते हैं कि वो साल 2011 से बिना किसी दवा या इंजेक्शन के मरीजों की गंभीर बीमारियों का इलाज कर रहे हैं। केवल छूने से, बात करने से या यूट्यूब पर उनका मंत्र सुनने से बहुत बड़े से बड़ा बीमारी ठीक हो जाता है। बाबा का कहना है कि जो लोग दूर हैं और पर्सनली उनके पास नहीं आ सकते वो फोन पर भी उनके मंत्र को सुनकर ठीक हो सकते हैं।
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उन्होंने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान ये दावा किया कि कोरोना महामारी के दौरान भी उन्होंने ओडिशा सरकार को चैलेंज किया था और कोरोना के सैकड़ों मरीजों का इलाज किया था। इलाज से वो ठीक भी हो गए थे। उन्होंने कहा, “मैं कुछ करता नहीं करता, मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं और वो लोगों को ठीक कर देते हैं।”
99 प्रतिशत लोग ठीक हो गए : डॉक्टर बाबा
उन्होंने कहा, “मुझे भगवान शिव का वरदान है। उन्होंने मुझे इतना पावर दिया है कि मैं बीमार लोगों की तबीयत ठीक कर सकता हूं। मैं देश ही नहीं, विदेश भी जाता हूं। यहां महाकुंभ में भी मैं हजारों लोगों को देख चुका हूं। कभी कोई शिकायत नहीं आई है। 99 प्रतिशत लोग ठीक हो गए हैं।”
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गौरतलब है कि महाकुंभ में इस बार कई ऐसे साधु आए हैं जो चर्चा का विषय बने हुए हैं। बीते दिनों कांटे वाले बाबा का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा था। वे संगम तट पर नुकीले बबूल के कांटों पर लेट कर तपस्या करते नजर आए थे। बिहार के रहने वाले रमेश कुमार मांझी उर्फ ‘कांटे वाले बाबा’ लोगों के नज़रों में तब आए जब वो बबूल के कांटों को बिस्तर और चादर बनाकर उस पर लेट गए।
इस तपस्या के साक्षी वहां मौजूद कई श्रद्धालु और लोग बने। अपनी इस तपस्या के दौरान वो आंखें बंद कर, हाथ में डमरू लिये ध्यान मुद्रा में लेटे नज़र आए। उनकी इस तपस्या को देखकर लोगों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और कुछ श्रद्धालुओं ने उन्हें इस अवस्था में देखकर उनके चरण छूकर उनसे आशीर्वाद भी लिया।