केंद्र सरकार द्वारा 500, 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने के फैसले की आलोचना कर रहे केजरीवाल ने सोमवार को मीडिया के सामने अपनी जेब की हालत का खुलासा किया। कैबिनेट बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्‍फ्रेंस खत्‍म होने के बाद जब एक शख्‍स ने केजरीवाल से पूछा कि उनके पास कितना धन है, तो उन्‍होंने जेब से 250 रुपए निकालकर सबको दिखाए। केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपना यह फैसला वापस लेने की मांग की है। उनका आरोप है कि बीजेपी नेताओं को इस फैसले की भनक पहले ही लग गई थी। केजरीवाल ने नोटबंदी के मुद्दे पर दिल्‍ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का भी फैसला किया है। वह पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी से मंगलवार को मिलकर नरेंद्र मोदी सरकार के ख‍िलाफ लड़ाई की रूपरेखा बनाएंगे। केजरीवाल ने कहा है कि पीएम मोदी के इस फैसले से आम आदमी को तकलीफ हो रही है। केजरीवाल ने मोदी के दावे कि ‘गरीब शांति से सो रहे हैं और अमीर नींद की गोलियां खा रहे हैं’ पर भी पलटवार किया। उन्‍होंने कहा कि हकीकत इससे बिलकुल उलट है। ”असल में गरीब बैंकों के बाहर जमा है और वे मोदी के दोस्‍त हैं जो आराम से सो रहे हैं।”

अरविंद केजरीवाल ने 500 व 1000 रुपए के नोट बंद करने के फैसले को खराब योजना बताया। केजरीवाल ने सरकार से अड़े रहने की बजाय फैसला तुरंत वापस लेने को कहा। उन्‍होंने कहा, ”यह हमारी समझ से बाहर है कि वर्तमान 1,000 रुपए के नोट की जगह 2000 रुपए का नोट लाकर भ्रष्‍टाचार और ब्‍लैक मनी से कैसी लड़ाई की जा सकती है।”

केजरीवाल ने देश के दुर्गम इलाकों तक कैश पहुंचाने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद पर कहा कि यह दिखाता है कि सरकार घबरा गई है। उन्‍होंने कहा कि रईस खुशी मना रहे हैं और ईमानदार लोग अपने ही पैसों के लिए बैंकों के बाहर लाइन में खड़े हैं।

उन्‍होंने कहा, ”प्रधानमंत्री ने सामान्‍य स्थिति आने के लिए 50 दिन मांगे हैं। व्‍यापारियों की तरफ से, मैं पीएम से पूछना चाहता हूं कि अगले 50 दिन तक उनका काम कैसे चलेगा ? इसे वापस लिया जाए, हमें इसका कोई हल नजर नहीं आता।”

नोटबंदी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर बरसे विपक्षी नेता, देखें वीडियो: