कभी-कभी ज़िंदगी ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है, जहां एक साधारण-सी घटना भविष्य की पूरी कहानी बदल देती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर ऐसी ही नियति की कहानी बयान करती है। इस तस्वीर में एक परेशान, अनमना और थका हुआ सा दिखने वाला भारतीय युवक जर्मनी की एक मेट्रो ट्रेन में बैठा नजर आता है। उसके बगल में एक गोरी लड़की बैठी है, जिसे वह पहचानता भी नहीं।

पूरे जर्मनी में वायरल हो गई तस्वीर

वायरल कहानी के मुताबिक, वह युवती कोई आम लड़की नहीं, बल्कि मशहूर टीवी सीरीज़ गेम ऑफ़ थ्रोन्स की अदाकारा “मेसी विलियम्स” बताई गई। तस्वीर देखते ही देखते पूरे जर्मनी में वायरल हो जाती है और चर्चित जर्मन मैगजीन “डेर स्पीगल” इस तस्वीर में दिख रहे भारतीय युवक की तलाश शुरू कर देती है।

आखिरकार यह तलाश म्यूनिख में जाकर खत्म होती है। वहां पत्रकारों को पता चलता है कि वह युवक जर्मनी में अवैध रूप से रह रहा था। न उसके पास रहने का वैध परमिट था और न ही उसकी जेब में एक भी यूरो। वह रोज ट्रेन में चोरी-छिपे सफर करता था, डर और अनिश्चितता के बीच अपनी जिंदगी जी रहा था।

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वायरल कहानी के अनुसार जब पत्रकार ने उससे पूछा कि क्या उसे पता था कि उसके बगल में बैठी लड़की इतनी मशहूर अभिनेत्री थी, तो युवक ने बेहद शांत और सच्चे शब्दों में जवाब दिया। उसने कहा कि जब इंसान के पास सिर पर छत नहीं, जेब में पैसा नहीं और हर दिन पकड़े जाने का डर हो, तब यह मायने नहीं रखता कि बगल में कौन बैठा है।

उसकी ईमानदारी, सादगी और हालत से प्रभावित होकर मैगज़ीन ने उसे पोस्टमैन की नौकरी ऑफर की। 800 यूरो महीने की सैलरी के साथ उसे जॉब कॉन्ट्रैक्ट मिला, जिसकी बदौलत उसे जर्मनी में वैध रूप से रहने का परमिट भी मिल गया। एक वायरल तस्वीर ने उसकी किस्मत बदल दी।

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हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली ऐसी कहानियों की आधिकारिक पुष्टि हमेशा नहीं होती, लेकिन यह कहानी एक गहरा मैसेज जरूर देती है। जिंदगी में हर घटना किसी न किसी वजह से होती है। कभी-कभी जो पल हमें मामूली लगता है, वही हमारे भविष्य का सबसे बड़ा मोड़ बन जाता है।

यह कहानी हमें याद दिलाती है कि नियति की पटकथा पहले से लिखी हो या न हो, इंसान की ईमानदारी और संघर्ष हमेशा अपना असर छोड़ते हैं। कभी-कभी खामोशी से सहा गया दर्द ही आने वाले कल की सबसे बड़ी ताकत बन जाता है।