राजस्थान से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल राजस्थान के भिलवाड़ा जिले की एक युवती अपने प्रेमी के साथ चली गई, तो परिवारवालों ने गुस्से में शोक पत्रिका छपवा दी। यही नहीं लड़की के परिवारवालों ने मृत्यु भोज का भी आयोजन किया है। सोशल मीडिया पर परिवारवालों द्वारा छपवाया गया शोक संदेश खूब वायरल हो रहा है। परिवार ने 13 जून को मृत्यु भोज का आयोजन किया है।
क्या है पूरा मामला?
राजस्थान के भिलवाड़ा जिले के मंगरू थाना क्षेत्र स्थित रतनपुरा गांव का ये मामला है। यहां पर एक लड़की अपने ही जाति के प्रेमी लड़के के साथ भाग गई थी। लेकिन परिवारवालों ने पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने लड़की को ढूढ़ लिया। लड़की को पुलिस घर लेकर आई लेकिन लड़की ने अपने परिवारवालों को ही पहचानने से इंकार कर दिया। इसके बाद परिवार उसका नाराज हो गया और उसे मरा हुआ मान लिया।
इसके बाद परिवार ने बेटी के नाम का एक शोक संदेश छपवाया है और उसे अपने जाननेवालों और रिश्तेदारों को भिजवाया है। 13 दिन बाद लड़की का मृत्युभोज रखा गया है। शोक संदेश में लिखा गया है, “अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि नारायणलालजी की सुपौत्री एवं भैरूलाल लाठी जी की सुपुत्री सुश्री प्रिया जाट का स्वर्गवास दि 1 जून 2023 को हो गया है, जिनका पीहर गौरणी शनिवार दि 13 जून 2023 को प्रातः 9 बजे रखी गई है। सो पधारसी सम्वत 2080!”
बता दें कि शोक संदेश पर कार्यक्रम का स्थान भी लिखा गया है। बता दें कि जब लड़की घर से भागी थी तब परिवारवालों ने हमीरगढ़ थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई थी। लेकिन अब परिवार ने ही अपनी बेटी का शोक पत्र छपवाया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ शोक संदेश
सोशल मीडिया पर लोग इसको लेकर तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। मनीष चौधरी नाम के युवक ने ट्वीट कर लिखा, “भीलवाड़ा के रतनपुरा गांव में भेरूलाल जी लाठी की सुपुत्री प्रिया जाट 18 की होते ही अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ भाग गई। और थाने में अपने मां बाप के लिए कहा की मैं इनको नही जानती हूं। इसके बाद परिवार ने उसकी शोक चिट्ठियां बाट दी। बहुत अच्छी पहल ऐसी औलादों के लिए यही अच्छा है।”
वहीं अमृतवाणी चौधरी ने कहा, “यह गलत है , माता-पिता को बच्ची से मिलकर उसे समझाना चाहिए। मुझे लगता वो लड़की मैच्योर नहीं है गलत कदम उठाया है। लेकिन माता पिता तो मैच्योर है। आगे भविष्य में आने वाली हर सही गलत परिस्थिति के बारे में उसे समझाना चाहिए।”