उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को तिरंगा फहराने को लेकर शुरू हुई हिंसा पर प्रशासन पूरी तरह काबू नहीं कर पाया है, इसमें चंदन गुप्ता नाम के युवक की गोली लगने से मौत भी चली गई, लेकिन इधर घटना राजनीतिक रंग लेती दिख रही है। बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है। दलित नेता और गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवानी ने कासगंज की घटना पर एक ट्वीट किया, जिसे लेकर लोगों ने उन्हें ही निशाना बनाया। जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट में लिखा- ”बस दो चार अफवाहें उड़ा दो, यहां जब चाहे दंगा करा दो, रोटी-वोटी लोग भूल जायेंगे, बस मंदिर-मस्जिद मुद्दा उठा दो।” जिग्नेश मेवानी के इस ट्वीट पर कुछ लोगों ने बताया कि मुद्दा मंदिर-मस्जिद का नहीं है, तिंरगा फहराने का है। कुछ लोगों ने भाषा की मर्यादा का ख्याल नहीं रखा। बहुत कम लोग जिग्नेश के ट्वीट का समर्थन करते नजर आए।
बस दो चार अफवाहें उड़ा दो,
यहाँ जब चाहे दंगा करा दो,
रोटी-वोटी लोग भूल जायेंगे,
बस मंदिर-मस्जिद मुद्दा उठा दो। #Kasganj#YogiAdityanath_दंगाई— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) January 27, 2018
अंकित गुंजल नाम के यूजर ने लिखा- ”दलित का चोला ओढ़ के कांग्रेस का बेस बढ़ा दो, आजादी आजादी चिल्ला के हिन्दुओं को हिन्दुओं से लड़ा दो।” वीरेंद्र सिंह चौहान ने लिखा- ”चिंता मत करो अगला नंबर तुम्हारा ही है। उनके लिए तुम भी हिन्दू हो, जब मौका मिलेगा तब तुम्हें कौन सा बख्शने वाले हैं। शांतिप्रिय लोग जितनी वोट बैंक की राजनीति करनी है कर लो। मगर ऐसा ना हो कोई कंधा देने वाला ही ना बचे।” आकांक्षा ने लिखा- ”जब कोई दलित या मुस्लिम मरता है तो तुम्हें अफवाह शब्द याद नहीं आता है, तब तो सीधा लोकतंत्र खतरे में आ जाता है।” कुमार विश्वास नाम के यूजर ने लिखा- ”क्या आपने महाराष्ट्र दंगे में इसी एजेंडे पर काम करवाए थे?” राहुल ने लिखा कि जब किसान और गरीबी के नाम पर तुम्हारे जैसा नेता बन जाता है तो चारों तरफ वही दिखता है। निशांत पाटिल ने लिखा- ”आज की तारीख में दंगा भड़काने में तुम नंबर एक पर हो, आस-पास कोई नहीं है।”
दलित का चोला ओढ़ के
कोंग्रेस का बेस बढ़ा दोआजादी आजादी चिल्ला के
हिन्दुओ को हिन्दुओ से लड़ा दोhttps://t.co/lbHxi4ZT8C— Ankit Gunjal™ (@Royal_Rajsthani) January 27, 2018
चिंता मत करो अगला नंबर तुम्हारा ही है।
उनके लिए तुम भी हिन्दू हो जब मौका मिलेगा तब तुम्हे कोनसा बख्शने वाले है शांतिप्रिय लोग जितनी वोट बैंक की राजनीति करनी है करलो। मगर ऐसा ना हो कोई कंधा देने वाला ही ना बचे ।#कासगंज #UKPNewVision #SubhashChandraBose— Virender Singh Chauhan (@gabbersingh59) January 27, 2018
जब कोइ दलित या मुस्लिम मरे तब तुझे अफवाह शब्द याद नहि आता, तब तो सीधा लोकतंत्र खतरे मे आ जाता है!!
— A a k a n k s h a … (@i_Aakankshha) January 27, 2018
क्या आपने महाराष्ट्र दंगे में यही एजेंडे से काम करवाये थे
— Kumar Viswas (@kishansh251) January 27, 2018
किसान और ग़रीबी के नाम पर जब तेरे जैसा नेता बन जाता है तो चारों तरफ़ वही दिखता है
— Rahul उर्फ़ Zimmy©️ (@hellorahul09) January 27, 2018
आज के डेट में दंगा भड़काने में अभी भी तुम 1 नम्बर पे हो।
तुम्हारे आजू बाजू में भी कोई नही है।— Nishant Patil (@NishantJaiHind) January 27, 2018
बता दें कि कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा के बाद पिछले दो दिनों से लगातार तनाव बना हुआ। प्रशासन ने वहां कर्फ्यू लगाया हुआ है। पुलिस ने 49 लोगों को हिरासत लिया है, जिनसे पूछताछ हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि घटना के गुनहगारों को बख्शा न जाए।